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महंगाई की मार, सब्जियों का राजा आलू 50 रुपये किलो

मोगा पिछले सालों की तुलना में इस बार नवरात्र में बढ़ी आलू की मांग के चलते इस बार यह 50 साल का रिकार्ड ध्वस्त करते हुए 50 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गया है। इस बारे में परवाना नगर के परवाना नगर के 82 साल के प्रीतम सिंह ने बताया कि 1970 में आलू ढाई रुपये किलो तक बिका था जो उस समय सबसे ज्यादा कीमत थी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 07:00 AM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 07:00 AM (IST)
महंगाई की मार, सब्जियों का राजा आलू 50 रुपये किलो
महंगाई की मार, सब्जियों का राजा आलू 50 रुपये किलो

राज कुमार राजू, मोगा

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पिछले सालों की तुलना में इस बार नवरात्र में बढ़ी आलू की मांग के चलते इस बार यह 50 साल का रिकार्ड ध्वस्त करते हुए 50 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गया है। इस बारे में परवाना नगर के परवाना नगर के 82 साल के प्रीतम सिंह ने बताया कि 1970 में आलू ढाई रुपये किलो तक बिका था जो उस समय सबसे ज्यादा कीमत थी। मगर, आज आलू 50 रुपये प्रति किलो हो गया है। यह अब तक का नवरात्र में सबसे ज्यादा भाव है। आलू ही नहीं टमाटर, प्याज के साथ हरी सब्जियां भी आम आदमी की पकड़ से बाहर होती जा रही हैं।

लौकी, भिडी, खीरा, करेला, गोभी समेत तमाम सब्जियों के दामों में एक माह में 20 से 30 रुपये किलो की बढ़ोतरी हुई है। वहीं मेन बाजार की सोनिया ने आलू, टमाटर व प्याज को लेकर कहा है कि इससे रसोई का बजट बिगड़ने लगा है। हर दिन कीमतें बढ़ती जा रही हैं।

उधर, सब्जी के थोक कारोबारियों के अनुसार प्याज की नासिक में जमाखोरी के कारण वहां से आवक कम हो होने के कारण प्याज महंगा हो रहा है। वहीं ालक की एक गुच्छी 10 रुपये, धनिया पत्ती की गुच्छी 15 रुपये और सरसों का साग 20 रुपये किलो मिल रहा है।

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रसोई का बजट बिगड़ा

गृहिणी सबा सदीकी ने कहा कि बताया कि हर सब्जियों के बढ़े दाम के चलते उन्होंने रसोई में कम सब्जी का प्रयोग शुरू कर दिया है। महंगाई की मार ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है।

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आसमान छू रहा आलू का भाव

गृहिणी राजिदर कौर ने बताया कि आलू को अपने जीवन में उन्होंने कभी इतना महंगा नहीं देखा। पहली बार आलू की कीमतें भी आसमान छू रही हैं।

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कम की सब्जियां

अध्यापिका हरमन शर्मा ने बताया कि सब्जियों की लगातार बढ़ती कीमतों ने रसोई का सारा बजट ही बिगाड़ दिया है। महंगाई के चलते सब्जियों का कम इस्तेमाल किया जा रहा है।

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जिला कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन के अध्यक्ष मंजीत सिंह कंसल ने बताया कि पिछले सीजन में आलू की पैदावार काफी कम हुई थी। कोरोना के कारण आलू कोल्ड स्टोर में नहीं पहुंचा और किसानों के पास खराब हो गया। जो आलू कोल्ड स्टोर में था वह भी लगभग खप चुका है। ऐसे में कीमतें बढ़ रही हैं।

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सब्जियों के दाम सितंबर व अक्टूबर में प्रति किलो रुपये में

आलू 30-50

प्याज 30-80

टमाटर 40-60

फूल गोभी- 40-60

बंदगोभी 40-50

तोरी 20- 40

खीरा 30-50

शिमला मिर्च 60-120

करेला 40-60

हरी मिर्च 50 -120

फ्रासबीन 50- 80

अरबी 30 -50 स्रोत : रजिदर सिंह सब्जी के थोक व रिटेल कारोबारी


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