भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल ने दाना मंडी में दिया धरना
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संवाद सहयोगी, मोगा : मोगा की अनाज मंडी में बुधवार को दोपहर मांगों को लेकर जहां भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल रजि: 283 ने अपनी लंबित मांगों को लेकर जिलाध्यक्ष जसवंत सिंह जैमलवाला की अध्यक्षता में धरना दिया। पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। यूनियन के नेताओं ने डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस को ज्ञापन पंजाब सरकार के नाम सौंपा गया। प्रदेश महासचिव हरिदर सिंह लक्खोवाली ने कहा कि मांगों की ओर जल्द ध्यान न दिया तो संघर्ष को और तीव्र रूप दिया जाएगा। इस अवसर पर हाकम सिंह, सुखपाल सिंह बुट्टर, सूरत सिंह कादरवाला, सूरत सिंह ब्रब्मके, सिमरनजीत सिंह, सुरमुख सिंह, प्रीतम सिंह बाघापुराना, गुरविदर सिंह ने कहा कि वातावरण को शुद्ध करने के लिए किसानों व पंचायतों द्वारा 550 पौधे लगाए जा रहे है इन पौधों को बचाने की खातिर बेसहारा पशुओं को संभालने का भी प्रबंध किया जाए। उन्होंने कहा कि किसानी मांगों को लेकर संघर्ष को और तेज किया जाएगा।
यह है किसानों की मुख्य मांगे
-पराली को संभालने के लिए अधिक खर्चे की भरपाई के लिए 3 हजार रुपए प्रति एकड़ दिया जाए।
-पंजाब की किसानी व जवानी को बचाने के लिए खसखस की खेती की छूट दी जाए।
-प्रत्येक किसान को कम से कम एक एकड़ पर खसखस की खेती की छूट दी जाए।
-पंजाब सकार चुनाव वायदे अनुसार सारे किसानों का समूचा कर्ज माफ करें।
-गन्ने की बकाया राशि की तुरंत अदायगी करें।
-बाढ़ के साथ हुए नुकसान का मुआवजा 40 हजार रुपए प्रति एकड़ दें।
-बाढ़ प्रभावित किसानों को फ्री बीज 15 अक्तूबर तक दें।
-मकान, दुकान व मशीनरी आदि के नुकसान का उचित मुआवजा दिया जाए।
-किसानों को 90 प्रतिशत सब्सिडी पर खेती मशीनरी दे।
-पशुओं की धरपकड़ शुरू की जाए।
-घरेलू बिजली का रेट दूसरे राज्यों के बराबर या चुनाव वायदे अनुसार पांच रुपए यूनिट किया जाए।
-खेती के लिए निविर्धन आठ घंटे बिजली की सप्लाई दी जाए।
-खराब ट्रांसफार्मर 24 घंटों में बदले जाए।
-नए मुलाजिमों की भर्ती करके घर-घर नौकरी देने का वायदा पूरा किया जाए।
-पंजाब एग्रो खरीद एजेंसी की खरीद विरुद्ध लिया फैसला वापस लिया जाए।
-सारी फसलों का भाव डा. स्वामीनाथन की रिपोर्ट अनुसार दिया जाए।
-एसएसपी तय फसलों की खरीद का प्रबंध किया जाए तथा कम रेट पर फसल खरीदने वालों के खिलाफ मामले दर्ज किए जाए।
-धान की खरीब 25 सित?बर से शुरू की जाए।
-दूसरे राज्यों को जाता पानी बंद करके फसलों के लिए सारे पंजाब को नहरी पानी दिया जाए।
-सुप्रीम कोर्ट व पार्लीयमेंट में पंजाब के पानी की रक्षा की जाए।
-खेती मजदूरों की कमी को पूरा करने के लिए खेती को मनरेगा से जोड़ा जाए।
-60 वर्ष से ऊपर वाले किसानों को छह हजार रुपए महीना पैंशन व इलाज फ्री किया जाए।
-खुदकुशी कर चुके किसान, मजदूरों के परिवारों को 10 लाख रुपए आर्थिक सहायता की जाए।
-पंजाब के पानी को प्रदूषित कर रही फैक्ट्रियों को बंद किया जाए।
यह थे मौजूद
इस मौके पर मोहन सिंह जींदड़ा, जगतार सिंह चोटियां खुर्द, बलविदर सिंह, सुखविदर सिंह ब्रह्मके, कुलवंत सिंह लौहारा, पाल सिंह घलकलां, भूपेन्द्र सिंह दौलतपुरा नींवा, इकबाल सिंह निधावाला, निर्मल सिंह, पिछौरा सिंह, मंजीत सिंह, गुरजिदर सिंह बाघापुराना, जिदर सिंह, हरनेक सिंह मसीतां, बलवीर सिंह नंबरदार, जरनैल सिंह तखानवध, गुरमेल सिंह डगरू, गुरजीत सिंह लंगेयाना, मेजर सिंह, चरणजीत सिंह कालिये वाला, कारज मसीतां, कारज सिंह मुंडी जमाल, सर्बजीत सिंह, रघुवीर सिंह आदि उपस्थित थे।