प्रत्याशी फरमा रहे आराम, नेताओं की बढ़ी धड़कनें
फोटो-19 -एक्जिट पोल व सेंसेक्स के उछाल के बाद कांग्रेस ने ईवीएम का रोना शुरू कर दिया था -दूसरे दिन निफ्टी 140 के साथ बंद हुआ तो बेचैन कांग्रेसियों को मिली कुछ पल की राहत -शहर अध्यक्ष सहित कई कांग्रेस नेताओं की चेयरमैनी तय करेंगे चुनाव परिणाम
फोटो-19
-एक्जिट पोल व सेंसेक्स के उछाल के बाद कांग्रेस ने ईवीएम का रोना शुरू कर दिया था
-दूसरे दिन निफ्टी 140 के साथ बंद हुआ तो बेचैन कांग्रेसियों को मिली कुछ पल की राहत
-शहर अध्यक्ष सहित कई कांग्रेस नेताओं की चेयरमैनी तय करेंगे चुनाव परिणाम
सत्येन ओझा, मोगा : लोकसभा चुनाव के बाद वीरवार को सुबह आठ बजे जिले के तीन मतगणना केंद्रों पर मतगणना शुरू होगी और सुबह नौ बजे तक पहले राउंड की घोषणा कर दी जाएगी। मतगणना से पहले पार्टियों के नेताओं व वर्करों की धड़कनें बढ़ने लगी हैं।
शेयर मार्केट की तरह दिन भर नेताओं की धड़कनें बढ़ती घटती रहीं, एक दिन पहले एक्जिट पोल के रूझान के बाद जिस प्रकार सेंसेक्स रिकॉर्ड 421 अंकों तक उछला तो गैर भाजपाई नेताओं की धड़कनें बढ़ गई थीं, लेकिन मंगलवार को दोपहर लगभग पौने दो बजे तक निफ्टी 77 अंक डाउन हुआ तो नजारा उलटा नजर आया, अकाली भाजपा नेताओं के चेहरे पर चिता के भाव दिखे, जबकि गैर भाजपा नेताओं को कुछ सुकून सा नजर आया। 140 अंकों के साथ बाजार समय से पहले दोपहर साढ़े तीन बजे बंद हुआ तो कांग्रेस ने कुछ संतोष की सांस ली।
मतदान होने के बाद भले ही बाहर से आए लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी अपने-अपने घर लौटकर आराम के कुछ पल बिता रहे हों, लेकिन चुनाव परिणामों को लेकर पल-पल नेताओं व समर्थकों की धड़कनें घट बढ़ रही हैं।
नेताओं की बेचैनी का आलम ये है कि हाल ही में कांग्रेस में वापसी करने वाले पूर्व विधायक विजय कुमार साथी ने कई बार समाचार पत्रों के दफ्तरों में सोमवार को फोन करके पूछा कि एक्जिट पोल के जो रूझान आ रहे हैं, कहीं ईवीएम व वीवीपैट मशीन मशीन तो हेक नहीं कर ली गई है, शाम तक वे अपनी जिज्ञासा को शांत करते रहे, बाद में रात को लगभग साढ़े दस बजे फिर फोन आया उनके पास एक वीडियो आई है, चुनाव आयोग के कब्जे में 20 लाख ईवीएम नहीं हैं, ये किसी बड़े घपले का संकेत तो नहीं है। हालांकि उन्हें मंगलवार दोपहर उस समय थोड़ा सुकून मिलता दिखा जब मार्केट नीचे गिरने लगा।
ये बेचैनी महज कांग्रेस नेता विजय साथी के अंदर ही नहीं देखी गई, बल्कि अकाली, भाजपा व कांग्रेस नेताओं और उनके समर्थकों में सभी परिणामों को लेकर उत्सुकता ही नहीं अजीब सी बेचैनी भी दिख रही है, सबसे ज्यादा बेचैनी कांग्रेस के उन नेताओं में देखने को मिल रही है जो विभिन्न बोर्ड व निगमों की चेयरमैनी को लेकर लाइन में लगे हुए हैं, इनमें कांग्रेस पार्टी में चेयरमैनी को लेकर सबसे पहले नाम शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनोद बंसल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता इन्द्रजीत सिंह बीड़ चड़िक प्रमुख नाम हैं। शहर अध्यक्ष विनोद बंसल दावा तो शहर में बड़े मार्जिन का कर रहे हैं, लेकिन दावा सफल नहीं हुआ तो उनकी चेयरमैनी खतरे में पड़ सकती है। इसके अलावा पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. तारासिंह संधु, पूर्व जिलाध्यक्ष कर्नल बाबू सिंह भी लाइन में है, लेकिन उनकी चेयरमैनी का फैसला चुनावों पर ही निर्भर है। चुनावों में हाल ये रहा है कि जिलाध्यक्ष व शहर अध्यक्ष एक बार भी एकजुट नहीं दिखे। पूर्व जिलाध्यक्ष ही नहीं, पूर्व शहर अध्यक्ष को भी चुनाव में कोई जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई। ऐसे में इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि चेयरमैनी के सपने देखते-देखते कहीं अपनी वर्तमान जिम्मेदारी से भी हाथ न धो बैठें। पार्टी पर कम नेता पर भरोसा ज्यादा
हालांकि अकाली भाजपा नेता मोदी के नाम पर भरोसा कर कुछ पल अपने मन को शांत कर लेते हैं। मतदान के बाद अकाली नेता तक आपस में ये कहते सुने जा रहे हैं कि शहरों में तो मोदी के नाम पर वोट मिले हैं। साफ है उन्हें अपनी पार्टी पर भरोसा कम मोदी पर ज्यादा है, परिणामों के रूप में ये भरोसा कितना खरा उतर पाएगा, इसके लिए तो 23 मई की दोपहर तक इंतजार करना पड़ेगा। बाक्स
मतगणना केंद्र
1. लुधियाना रोड स्थित आइटीआइ, मोगा (मोगा, बाघापुराना, निहालसिंहवाला और धर्मकोट हलकों की मतगणना होगी)
2. सरकारी बरजिंदरा कॉलेज, फरीदकोट (फरीदकोट, कोटकपूरा, जैतो और रामपुरा फूल हलकों की मतगणना होगी)
3. सरकारी बीएड कॉलेज, फरीदकोट (गिद्दड़बाहा हलके की मतगणना होगी)
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