अवैध खनन कर रेत लेकर जा रहा ट्रक पलाट, मजदूर की मौत
गांव मंझली में 20 साल के युवक की मौत अवैध खनन कर लेकर आ रहा ट्रक पलता मौत।
राज कुमार राजू, मोगा
गांव मंझली में 20 साल के युवक की मौत अवैध खनन कर लेकर आ रही ट्रक के नीचे दबने से वीरवार सुबह मौत हो गई। धर्मकोट पुलिस ने रेत माफियाओं के दबाव में अवैध खनन की बात ही पूरी जांच में दबा दी। पुलिस ने जांच में ये तो माना है कि हादसा गांव मझली में सतलुज दरिया किनारे हुआ, घटनास्थल के आसपास का पूरे क्षेत्र की हालत बया कर रही है। सतलुत दरिया एक बड़े ग्रुप ने दरिया की सफाई का ठेका लेकर उसकी आड़ में रेत की तस्करी कर रहे हैं, जिस ट्रक के नीचे मजदूर मरा वह इसी ग्रुप का ट्रक बताया जा रहा है।
ये है जमीनी हकीकत
वर्तमान में मोगा जिले की सीमा में सतलुज दरिया के किनारे सिर्फ पिपली गांव की खड्ड दोबारा नीलामी के बाद चल रहा है। बस्सियां गांव के ठेके की अवधि इसी महीने खत्म हो चुकी है, लेकिन अवैध खनन वहां जारी है। एनजीटी की सख्ती के बाद जब रेत माफियाओं पर पुलिस का शिकंजा कसा तो एक बड़े ग्रुप ने सतलुज दरिया की सफाई का ठेका ले लिया। दरिया की सफाई के नाम पर ये ग्रुप अवैध खनन बेखौफ कर रहा है। सूत्रों का कहना है कि जो ट्रक हादसा ग्रस्त हुआ, इसी ग्रुप से संबंधित बताया जा रहा है। यही वजह है कि हादसे के बाद सबसे पहले पुलिस की जानकारी में अवैध खनन के सबूत खत्म किए गए, ट्रक को आनन-फानन में वहां से निकाला गया। ट्रक में भरा रेत फैला दिया गया। जांच में पुलिस घटनास्थल का तो जिक्र किया है लेकिन गांव मझली के उस घटनास्थल पर ये ट्रक क्यों पहुंचा था, अगर पुलिस की जांच में ये शामिल कर लिया जाय, तो रेत के अवैध कारोबार का सच सामने आ जाएगा, लेकिन पुलिस ने रेत माफियाओं के दबाव में इसी सच को दबा दिया।
गांव कमालके चौकी प्रभारी जरनैल सिंह ने बताया कि मृतक के परिजनों ने अवैध खनन के कारण हादसे की बात नहीं कही है, इसलिए फिलहाल कार्रवाई 174 में करते हुए किसी को दोषी नहीं माना गया है। जब उनसे पूछा गया कि ट्रक वहां क्या करने पहुंचा था तो उन्होंने कहा कि जब शिकायत में किसी को दोषी नहीं बताया है तो इस तथ्य का कोई मतलब नहीं है।
इस तरह हुआ हादसा
राजस्थान के जिला चुरू के गांव बोघेरा से दस टायर वाला ट्रक लेकर चालक बेघराज रेत लेने आया था। साथ में उसी गांव का 20 वर्षीय युवक राकेश नायक पुत्र जगदीश नायक क्लीनर के रूप में साथ था। रेत से भरा ट्रक खड्डे से बाहर आने के दौरान एक खड्डे में पहिए धंस जाने से ट्रक स्लिप होकर पलट गया। ट्रक पलटते देख राकेश ने छलांग लगा दी। ट्रक उसी के ऊपर पलट गया। उसे निकालने के लिए मौके पर ही मौजूद दो चैन वाली क्रेन व एक जेसीबी मशीन लगाकर पलटे ट्रक को करीब 20 मिनट में सीधा कर लिया गया लेकिन उस समय तक राकेश मर चुका था। थाना धर्मकोट की चौकी कमालेके में तैनात एएसआई जरनैल सिंह ने मृतक के परिजनों के बयानों पर शव का शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। ट्रक चालक बेघराज ने बताया कि क्रेन व जेसीबी मशीन खड्डे पर ही मौजूद थी, जिस कारण 20 मिनट में ही ट्रक खड़ा कर लिया गया।
चार बहनों का था इकलौता भाई
हादसे में मृत युवक राकेश परिवार में चार बहनों का इकलौता भाई था। इसकी सूचना जैसे ही राजस्थान पहुंची तो परिवार पूरी रात बिलखते हुए शुक्रवार को सुबह मोगा पहुंचा। परिजन जब तक पोस्टमार्टम घर पर रहे रेत माफिया के लोग आसपास ही रहे, हालातों को देख मृतक के परिवार के लोग कुछ भी बोल नहीं पा रहे थे।