डर को हावी नहीं होने दिया, धैर्य से गगनदीप सिंह ने दी कोरोना को शिकस्त
40 साल के गगनदीप सिंह निवासी अहाताबदन सिंह ने अपने धैर्य व संयम से कोरोना को घर में ही क्वारंटाइन में रहते हुए मात दे दी।
राज कुमार राजू/नेहा शर्मा. मोगा
कोरोना की दूसरी लहर में लगातार बढ़ रहे मरीजों के लिए अस्पतालों में जगह नहीं है। आक्सीजन के लिए मारामारी चल रही है। इसी आपाधापी के बीच 40 साल के गगनदीप सिंह निवासी अहाताबदन सिंह ने अपने धैर्य व संयम से कोरोना को घर में ही क्वारंटाइन में रहते हुए मात दे दी।
गगनदीप ने बताया कि बुखार भी आया, सूखी खांसी भी हुई। सुगंध- दुर्गंध आनी बंद हो गई थी लेकिन हिम्मत नहीं हारी। चिकित्सक की सलाह पर बुखार आने पर डोलो टेबलेट रहे। 14 दिन की जगह 20 दिन होम क्वारंटाइन रहे। परिवार में रहकर भी सदस्यों से दूरी बनाए रखी। घरेलू पौष्टिक भोजन किया, आखिर संक्रमण को हराने में सफल रहे। अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं।
गगनदीप सिंह का कहना है कि धैर्य से संक्रमण को हराया जा सकता है। टेस्ट रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद से ही उन्होंने ठान ली थी कि अब कोई अन्य टेस्ट नहीं करवाएंगे। अपनी इम्युनिटी पर फोकस किया, आक्सीजन सेचुरेशन का भी पता करने की कोशिश नहीं की। तनाव को खुद पर हावी नहीं होने दिया, सकारात्मक सोच रखी।
गगनदीप ने बताया कि 10 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट पाजिटिव आई थी। तब से ही वह होम क्वारंटाइन हो गए। पत्नी, दो बच्चों व मां-बाप से दूरी बनाकर करीब 20 दिन तक क्वारंटाइन का पालन किया। परिवार व दोस्त लगातार हौसला देते रहे। पहले उन्हें तीन-चार दिन बुखार रहा। उसके बाद पूरे शरीर में दर्द महसूस हुआ। साथ में सू्खी खांसी आती थी। तीन-चार दिनों के बाद उनको ना तो किसी चीज की सुगंध आती थी न दु्र्गध महसूस होती थी। सामान्य दवाएं लीं, पौष्टिक भोजन का सेवन किया
गगनदीप सिंह बताते हैं कि उन्होंने डाक्टर की सलाह से घर पर ही इलाज शुरू किया। चिकित्सक ने सामान्य दवाइयां पैरासीटामोल, डोलो, व खांसी का सीरप ही दिया। साथ में गुनगुना पानी ज्यादा से ज्यादा पीने को कहा। उन्होंने सलाद, फल, पौष्टिक आहार ज्यादा मात्रा में सेवन किया। सादा खाना जैसे कि खिचड़ी, दलिया और दालें खूब खाई। क्या कहना चाहते है गगनदीप सिंह
गगनदीप सिंह कहते हैं कि कोरोना से डरना नहीं बल्कि डटकर मुकाबला करना चाहिए। सोच को हमेशा पाजिटिव रखें। गर्म पानी ज्यादा से ज्यादा पीएं। जैसे उन्होंने कोरोना को हराया है, वे ही सभी संक्रमित इसे हरा सकते हैं। बस डर को अपने पर हावी न होने दें, तभी कोरोना से आप जंग जीत सकते हैं।