ग्रीवेंस कमेटी की बैठक से गायब रहे विधायक
हर कदम पर समस्याओं से जूझ रहे जिले के चारों विधायक शिकायत निवारण कमेटी की बैठक में गायब रहे।
जागरण संवाददाता, मोगा : हर कदम पर समस्याओं से जूझ रहे जिले के चारों विधायक शिकायत निवारण कमेटी की बैठक में गायब रहे।
सरकार से जनप्रतिनिधि के रूप में हर साल वेतन के अलावा लाखों रुपये का भत्ता जनता के बीच भ्रमण कर उनकी समस्याओं को सुनने के लिए हासिल करने वाले विधायकों ने लोगों की समस्याओं को गंभीरता से ही नहीं लिया। हैरानी तो इस बात की है कि बैठक में भाग लेना तो दूर विधायकों ने जनसमस्याओं के प्रस्ताव तक एजेंडे में शामिल नहीं कराए थे, जबकि मोगा शहर में मेन बाजार की सड़क का मामला नगर निगम व पीडब्ल्यूडी के बीच जूझ रहा है। जिले को 24 साल बाद भी जिले की सुविधाएं हासिल नहीं है।
बैठक पंजाब के आवास एवं शहरी विकास मंत्री सुखबिदर सिंह सरकारिया की अध्यक्षता में हुई। जनसमस्याओं के लिए हुई एक बैठक में मीडिया के लिए दरवाजे पहले से ही बंद कर दिए गए थे। मीटिग के बाद भी मंत्री जल्दबाजी में दिखे, मीडिया ने उनसे जिले के हालातों के बारे में पूछने का प्रयास किया, लेकिन वे अनदेखी करते हुए अपनी गाड़ी में बैठकर वहां से चलते बने।
जिला प्रबंधकीय कांपलेक्स हॉल में हुई जिला शिकायत निवारण समिति की बैठक में असुविधा सेंटर बने निजी कंपनी के हाथों संचालित किए जा रहे सुविधा सेंटरों का मुद्दा जोर-शोर से उठाया गया लेकिन मंत्री ने ये तक जानने का प्रयास नहीं किया कि शुरुआत में डिप्टी कमिश्नर की अध्यक्षता में बनी कमेटियों द्वारा संचालित होने वाले सुविधा सेंटर जनता को बेहतर सेवाएं दे रहे थे, निजी हाथों में जाने के बाद आखिर वही सुविधा सेंटर जनता की उम्मीदों पर क्यों नहीं खरा उतर पा रहे हैं, जबकि पहले की तुलना में सुविधा सेंटर में सुविधा देने के नाम पर फीस भी कई गुना बढ़ चुकी है। कैबिनेट मंत्री सरकारिया ने नगर निगम अधिकारियों को शहर में आवारा कुत्तों और मवेशियों की समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया। डीसी ने मंत्री को बताया कि जिला प्रशासन कुत्तों की नसबंदी शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार ह।
कैबिनेट मंत्री ने स्वास्थ्य अधिकारियों को विभिन्न खाद्य पदार्थों और दूध उत्पादों की मिलावट पर निगरानी रखने के लिए डेयरियों और मिठाइयों में नमूना लेने और छापेमारी करने का भी निर्देश दिया।
सूबेदार जोगिदर चौक पर ट्रैफिक की समस्या का प्रभावी ढंग से हल करने के निर्देश एसएसपी अमरजीत सिंह बाजवा को दिए। इस मौके पर नगर सुधार ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद बंसल, एडीसी जनरल अनीता दर्शी, एडीसी विकास सुभाष चंद्र, एसडीएम मोगा नरेंद्र सिंह धालीवाल, एसडीएम राम सिंह (निहाल सिंह वाला), एसडीएम नरेंद्र सिंह (धर्मकोट), और एसडीएम स्वर्णजीत कौर (बाघापुराना) शामिल थे।
स्ट्रीट लाइटों के मुद्दे पर किया गुमराह
शहर में स्ट्रीट लाइटें खराब होने के दैनिक जागरण की खबर का जिक्र किए जाने पर नगर निगम के अधिकारियों ने ये कहकर मंत्री को गुमराह कर दिया कि सीएफएल प्रोजेक्ट के बाद ये समस्या खत्म हो जाएगी, जबकि सच्चाई ये है कि सीएफएल लाइट का प्रोजेक्ट सात महीने पहले ट्रायल होने के बाद से अभी तक फाइलों में ही लटका पड़ा है।