दिवाली से पहले सतर्क हुई फायर ब्रिगेड
दिवाली पर पटाखों से होने वाली आगजनी की घटनाओं को देखते हुए दो बड़ी दो मिनी एक जीप व एक बाइक समेत फायर बिग्रेड विभाग मुस्तैद हो गया है। विभाग द्वारा एक गाड़ी को मोगा के मेन चौक तथा एक गाड़ी को कस्बा बाघापुराना में तैनात कर दिया है।
संवाद सहयोगी, मोगा : दिवाली पर पटाखों से होने वाली आगजनी की घटनाओं को देखते हुए दो बड़ी ,दो मिनी एक जीप व एक बाइक समेत फायर बिग्रेड विभाग मुस्तैद हो गया है। विभाग द्वारा एक गाड़ी को मोगा के मेन चौक तथा एक गाड़ी को कस्बा बाघापुराना में तैनात कर दिया है।
जिला फायर अफसर भूपेंद्र सिंह सिद्धू ने बताया कि उनके पास दो बड़ी गाड़ियां, दो मिनी, एक जीप व एक मोटर साइकिल हैं, जिनमें से एक बड़ी गाड़ी को मोगा व एक को कस्बा बाघापुराना में पक्के तौर पर तैनात कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि शहर की छोटी गलियों में जाने के लिए एक जीप नुमा फायर बिग्रेड व एक मोटर साइकिल रखा गया है है। उनके पास चार फायरमैन, एक लीडिग फायरमैन एक ड्राइवर, एक सहायक फायर अफसर तैनात है। इसके अलावा 13 कच्चे कर्मचारी कार्यरत है। सभी कर्मचारियों की तीन तीन शिफ्टों में ड्यूटी लगाई जाती है। कच्चे कर्मचारियों में तीन ड्राइवर दस फायरमैन हैं।
भुपिदर सिंह ने बताया कि आगामी दिनों में दिवाली सहित धान की कटाई शुरू होने जा रही है। ऐसे में कई बार दिवाली पर पटाखों के कारण आगजनी की घटनाएं हो जाती है। वहीं धान की कटाई के बाद पराली को कुछ स्थानों पर आग लगाई जाने की घटनाएं सामने आती है। जिसको लेकर उनकी टीमों को मौका पर पहुंच आग बुझानी होती है, लेकिन कई बार आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के दौरान रास्ते में उन्हें जाम की स्थिति का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि कई बार जाम लगाए खड़ी गाड़ियों को दमकल विभाग की गाड़ी निकालने के दौरान कुछ नुकसान भी हो जाता है। ऐसे में लोग सड़कों पर अवैध पार्किग न करें। उन्होंने बताया कि उनके पास अभी तक पराली को आग लगाने की कोई भी सूचना नहीं आई है। पिछले साल हुई थी आगजनी की तीन घटनाएं
फायर अफसर भुपिदरसिंह सिद्धू ने बताया कि पिछले साल दिवाली के दिन जिले में तीन स्थानों पर आगजनी की घटनाएं हुई थी। जिसमें एक बधनी कलां,एक मोगा के एक प्लाट में व एक कपड़ें की दुकान में आग की घटना हुई थी। ..हलका वाइस दी जाए गाड़ियां तो रुक सकती हैं आगजनी की घटनाएं
समाजसेवी लक्की गिल ने बताया कि नगर निगम में स्थापित फायर स्टेशन मोगा के पास कुल 4 गाड़ियां होने समेत एक जीप और एक बुलेट मोटरसाईकिल है। जिनमें से 24 घंटे उक्त वाहनों में से चार नगर निगम में बने फायर स्टेशन पर ही खड़े रहते है। अगर जिले के किसी भी हलके में आगजनी की घटना का पता चलता है तो मोगा से घटनास्थल पर फायर बिग्रेड की गाड़ियों को रवाना किया जाता है। करीब 40 किलोमीटर के दायरे में आगजनी की घटना पर काबू पाने पहुंची गाड़ी 40 से लेकर 50 मिनट तक का समय लगाती है, तब तक तो आगजनी के कारण काफी नुक्सान हो चुका होता है। ऐसी स्थिति में अगर फायर स्टेश्न मोगा द्वारा चार गाड़ियों में से तीन गाड़ियों को हलका बाघापुराना, निहालसिंह वाला व धर्मकोट में अनाज मंडी में बने हाइडेंट प्वाइंट के पास खड़ा कर दिया जाए तो आगजनी की घटना पर फायर बिग्रेड की गाड़ी चंद मिनटों में पहुंच आग पर काबू पा सकेगी। शहर के बाहरी इलाकों में बनाए जाए हाइडेंट प्वाईंट
समाजसेवी कुणाल अरोड़ा ने कहा कि नगर निगम को शहर के बढ़ रहे दायरे को लेकर शहर के चारों हिस्सों पर हाइडेंट प्वाईंट स्थापित करने चाहिए मोगा के कोटकपूरा बाईपास, डीसी कार्यलय, बुगीपुरा चौक व गांव लंडेके में स्थित हो। जहां से संबंधित इलाकों में होने वाली आगजनी की घटना पर काबू पाने के समय पानी की सप्लाई फायर बिग्रेड गाडियों को मिल सके।