फाइनेंस कंपनी चलाता है शराब तस्करी का आरोपित, पहले भी हैं दर्ज हैं केस
मोगा संत नगर में अपने एनआरआइ ताया की कोठी का ताला तोड़कर वहां से शराब तस्करी का कारोबार चलाने का आरोपित जीरा रोड पर फाइनेंस कंपनी भी चलाता था। आरोपित के खिलाफ नशा तस्करी के दो मामले पहले भी दर्ज हैं। पुलिस आरोपित की तलाश में कई स्थानों पर दबिश दे चुकी है लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग नहीं लग सका है।
संवाद सहयोगी, मोगा
संत नगर में अपने एनआरआइ ताया की कोठी का ताला तोड़कर वहां से शराब तस्करी का कारोबार चलाने का आरोपित जीरा रोड पर फाइनेंस कंपनी भी चलाता था। आरोपित के खिलाफ नशा तस्करी के दो मामले पहले भी दर्ज हैं। पुलिस आरोपित की तलाश में कई स्थानों पर दबिश दे चुकी है लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग नहीं लग सका है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस बारे में दोनों आरोपित दबंगई भी दिखाते हैं,उनके खिलाफ मारपीट के मामले भी दर्ज हैं। थाना प्रभारी जसवंत सिंह का कहना है कि आरोपितों की तलाश के लिए पूरी घेराबंदी कर दी गई है, जल्द ही उन्हें काबू कर लिया जाएगा।
बता दें कि पुलिस ने इस मामले में संत नगर में एक एनआरआइ की सूचना पर 23 नवंबर को उसकी कोठी में रखी 90 पेटी अवैध शराब जब्त की थी।
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यह है मामला
जिला फरीदकोट के गांव ठाडा निवासी लखविदर सिंह के फूफा साहिब सिंह निवासी मनावां का शहर में संत नगर में कोठी है। वह 23 नवंबर को जब अपने फूफा संत के साथ नगर स्थित कोठी में पहुंचा तो उसके मुख्य गेट का ताले टूटे थे। अंदर शराब की पेटियां थीं। सूचना पुलिस को दिए जाने पर पुलिस ने अवैध शराब अपने कब्जे में ले लिया था। पूछताछ में पता चला था कि उसके फूफा का ही भतीजा मनकंवलप्रीत सिंह अपने दोस्त व एक अन्य साथी के साथ शराब का अवैध कारोबार करता था।
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पहले भी है तीन मामले दर्ज
एनआरआइ की कोठी से मिली अवैध शराब के बारे में पुलिस ने शिकायतकर्ता लखविदर सिंह के बयानों पर मनकंवलप्रीत सिंह, कुलवंत सिंह कांता व एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। मगर, उक्त आरोपित मौके से फरार हो गए थे। पुलिस उनकी तलाश में रेड कर रही है। मगर, आरोपित अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। बता दे कि इससे पहले भी मनकंवलप्रीत व कुलवंत सिंह के खिलाफ दो -दो एक्साइज व एक-एक लड़ाई झगड़ों के मामले दर्ज है।
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आठ महीने पहले किया था सामान खुर्द बुर्द
संत नगर में रहने वाले एनआरआइ के भाई व भतीजे ने अपने साथियों समेत 30 अप्रैल, 2020 की रात को कोठी के ताले तोड़कर अंदर कब्जा करके वहां रखे सामान इंवर्टर, वाशिग मशीन, माइक्रोवेव समेत अन्य कीमती सामान चुरा लिया था। जिसकी एक मई को जानकारी मिलने पर लखविदर सिंह संत नगर पहुंचा था और मामले की जानकारी पुलिस को दी थी।