पराली जलाने पर हुए केस रद करवाने के लिए 30 से करेंगे संघर्ष
पराली जलाने पर किसानों पर दर्ज किए गए केस रद करवाने के लिए तथा कर्ज माफी को लेकर सात किसान जत्थेबंदियों की ओर से 30 दिसंबर से एक जनवरी तक डीसी दफ्तरों पर दिन-रात के पक्के धरने लगाए जाएंगे।
संवाद सहयोगी, मोगा : पराली जलाने पर किसानों पर दर्ज किए गए केस रद करवाने के लिए तथा कर्ज माफी को लेकर सात किसान जत्थेबंदियों की ओर से 30 दिसंबर से एक जनवरी तक डीसी दफ्तरों पर दिन-रात के पक्के धरने लगाए जाएंगे।
किसान नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार पिछले कई सालों से पराली की समस्या हल करने की बजाए पंजाब के मजबूर किसानों को दबा रही है तथा इस बार पंजाब में हजारों किसानों पर पर्चे दर्ज किए गए हैं तथा करोड़ों रुपए जुर्माना भी लगाया गया है। नेताओं ने कहा कि खेतीबाड़ी विभाग तथा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल समेत सभी इस मामले पर एकमत हैं कि पराली जलाने वाले मामले में किसानों को आरोपित नहीं ठहराया जा सकता। इसका प्रबंध सरकार को करना चाहिए। किसान नेताओं ने कहा कि पराली पर जो सरकार ने बोनस देने की घोषणा की है, उसमें से भी बासमती वाले किसानों को बाहर रखकर यह समस्या को सुलझाने की बजाय उलझाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि हर तरह के धान की किस्मों की पराली संभालने के लिए सरकार द्वारा प्रति क्विंटल के 100 रुपए बोनस दिया जाना चाहिए। जो कर्ज माफी की भी घोषणा की गई थी, उसमें से भी पंजाब के हजारों छोटे किसान बाहर रखे हैं। उन्होंने कहा कि पराली वाले किसानों पर दर्ज केस व जुर्माने रद करवाने व कर्ज माफी के यह आंदोलन किया जाएगा। किसान संघर्ष कमेटी के कमलप्रीत पन्नू की अध्यक्षता में हुई बैठक में बीकेयू उगराहां के जोगिंद्र सिंह, सुखदेव कोकरी कलां, किरती किसान यूनियन के निर्भय सिह, जतिंद्र छीना, राजिंद्र सिंह, मनजीत धनेर, गुरमीत महिमा, बलदेव जीरा व अन्य किसान मौजूद थे।