मोगा से भले ही यात्री गाड़ी नहीं चली पर आर्थिक पटरी पर लौट रहा रेलवे स्टेशन
मोगा मोगा रेलवे स्टेशन पर भले ही 23 मार्च के बाद से अभी तक यात्री ट्रेन पटरियों पर दौड़ती न दिखाई दी हो लेकिन स्टेशन की आर्थिक स्थिति पटरी पर लौटना शुरू हो गई है। देश भर में चल रहीं 200 स्पेशल यात्री गाड़ियों के लिए काउंटर बुकिग शुरू होने के बाद अब मोगा स्टेशन पर भी लुधियाना फिरोजपुर या बठिडा से यात्रा करने वाले यात्रियों ने बुकिग कराना शुरू कर दिया।
अश्विनी शर्मा, मोगा
मोगा रेलवे स्टेशन पर भले ही 23 मार्च के बाद से अभी तक यात्री ट्रेन पटरियों पर दौड़ती न दिखाई दी हो, लेकिन स्टेशन की आर्थिक स्थिति पटरी पर लौटना शुरू हो गई है। देश भर में चल रहीं 200 स्पेशल यात्री गाड़ियों के लिए काउंटर बुकिग शुरू होने के बाद अब मोगा स्टेशन पर भी लुधियाना, फिरोजपुर या बठिडा से यात्रा करने वाले यात्रियों ने बुकिग कराना शुरू कर दिया।
टिकट काउंटर से प्रवीण जैन ने बताया एक जून से रेलवे ने देश के विभिन्न शहरों के लिए स्पेशल ट्रेन का संचालन शुरू किया था। इन गाड़ियों में सिर्फ आरक्षित कोच ही लगाए गए हैं, जनरल कोच किसी भी गाड़ी में उपलब्ध नहीं है। शुरुआत में सिर्फ ऑनलाइन बुकिग चल रही थी। जून महीने से पहले से बुक टिकटों के रिफंड के लिए काउंटर खोला गया तो स्पेशल ट्रेन की काउंटर बुकिग भी शुरू कर दी थी।
इसके बाद 1 जून से 30 जून तक 5 से 7 टिकटें ही रोजाना बुक हो रही थीं। जुलाई महीने में ये संख्या 8 से 10 तक पहुंची, अगस्त में 10 से 12 तक और सितंबर के शुरुआत में ही अब प्रतिदिन बुकिग का औसत 15 तक जा पहुंचा है।
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इन स्थानों के लिए अधिक बुकिग
रेलवे कर्मचारी प्रवीण के अनुसार मोगा जिले से टिकट काउंटर पर होने वाली बुकिग पंजाब के अलावा अन्य राज्यों के लिए अधिक हो रही है। जिनमें मुख्य रूप से बिहार, महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली व उत्तर प्रदेश विशेष रूप से शामिल हैं। इन सब में सबसे अधिक बुकिग बिहार के पटना के लिए हो रही है। जहां से मजदूर आ भी रहे हैं और जा भी रहे हैं। जिसके चलते मोगा रेलवे स्टेशन को लाभ मिल रहा है।
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अगले आदेश तक स्पेशल ट्रेनों की बुकिग रहेगी जारी : एससी
स्टेशन सुपरिटेंडेंट (एससी) निशान सिंह ने बताया कि स्पेशल ट्रेनों को लेकर अगले आदेश तक बुकिग जारी रहेगी।
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सामान्य दिनों में होनी थी लाखों की आमदनी, अब हजारों में
बता दें कि 22 मई से अब तक रेलवे को सामान्य हालात में पिछले 106 दिनों में 15.90 लाख रुपये की आमदनी होनी थी। रेलवे अधिकारी प्रवीण कुमार के अनुसार सामान्य दिनों की बुकिग के जरिये पिछले 106 दिनों का औसत निकालें, तो रेलवे को अकेले मोगा से बुकिग से प्रतिदिन 7000 हजार रुपये के हिसाब से 7.42 लाख रुपये और काउंटर से प्रतिदिन 8000 रुपये के हिसाब से 8.48 लाख रुपये की आमदनी होनी थी। मगर, सामान्य ट्रेनें रद होने के कारण जून में 7500 रुपये, जुलाई में 12000 रुपये, अगस्त में 15000 व सितंबर माह में अब तक 15 बुकिग प्रतिदिन के हिसाब से 22,500 रुपये की आमदनी हुई। अब तक कुल 57000 रुपये आय हुई है।