मेन बाजार के गड्ढों के लिए दुकानदारों को करनी पड़ी बूट पालिश
मेन बाजार की सड़क के गड्ढे भरने के लिए बूट पालिश कर शुरू की गई गांधीगीरी मुहिम में देखते ही देखते मेन बाजार के दुकानदार बड़ी संख्या में पहुंच गए।
जागरण संवाददाता, मोगा : मेन बाजार की सड़क के गड्ढे भरने के लिए बूट पालिश कर शुरू की गई गांधीगीरी मुहिम में देखते ही देखते मेन बाजार के दुकानदार बड़ी संख्या में पहुंच गए। भले ही ये मुहिम एंटी करप्शन अवेयरनेस ऑर्गनाइजेशन के संस्थापक अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह सचदेवा की अगुवाई में चलाई गई थी, लेकिन जिस प्रकार से मेन बाजार के दुकानदार इस मुहिम में बड़ी संख्या में शामिल हुए उससे सड़क की बदहाली के प्रति लोगों का आक्रोश साफ दिखा। पंजाब सरकार के कान खोलने के लिए इस मौके पर ढोल नगाड़े भी बजाए गए।
गौरतलब है कि शहर में मेन बाजार की रोड को लेकर लंबे समय से राजनीति चल रही है, बड़े-बड़े दावे प्रतिदावे किए जा रहे हैं, लेकिन हकीकत ये है कि काम शुरू होना तो दूर सूबे की कैप्टन सरकार ने इस सड़क के लिए फूटी कौड़ी तक मंजूर नहीं की है। एंटी करप्शन अवेयरनेस ऑर्गनाइजेशन द्वारा मेन बाजार की सड़कों के गड्ढों को लेकर लंबे समय से चलाई जा रही गांधीगीरि के बाद डीसी संदीप हंस ने खुद निरीक्षण कर इस गंभीर समस्या का संज्ञान लिया तो 23 सितंबर को पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने आनन-फानन में सड़क के कुछ हिस्से में पैचवर्क कराकर काम को अधूरा छोड़ दिया। एक सप्ताह बाद भी फिर अधूरा काम पूरा नहीं हुआ तो एक बार फिर एंटी करप्शन अवेयरनेस सोसायटी ने गड्ढों को भरने के लिए बूट पालिश कर पैसे जुटाने का ऐलान कर दिया।
मंगलवार सुबह 10 बजे जैसे शिवाला मंदिर के बाहर मेन बाजार में बूट पालिश शुरू हुई तो देखते ही देखते बड़़ी संख्या दुकानदार इस मुहिम से जुड़ते गए। एक घंटे में ही पूरी मुहिम ने जनांदोलन का रूप ले लिया। लोक इंसाफ पार्टी के जिलाध्यक्ष रजनीश अग्रवाल लकी, वाइस प्रधान सतीश सिगला, उपाध्यक्ष सुभाष उप्पल ने भी मुहिम का समर्थन करते हुए मेन बाजार के सड़कों में बने गड्ढों के प्रति आक्रोश व्यक्त किया।
सड़क का एस्टीमेट बनाकर भेजा मंजूरी को
मेन बाजार की सड़क को लेकर लगातार चल रहे आंदोलन एवं डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस के सख्त रूख के बाद आखिरकार पीडब्ल्यूडी ने सड़क की मरम्मत का एस्टीमेट बनाकर भेज दिया है। इसकी पुष्टि एक्सईएन मंजीत सिंह ने की है। डीसी ने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि वे एस्टीमेट भेजें, सरकार से उसे वे पैरवी कर मंजूरी दिलाएंगे। उम्मीद की जा रही है कि एस्टीमेट को मंजूरी मिलने के बाद आने वाले एक से एक दो महीने में सड़क बननी शुरू हो जाएगी।
सांसद तो सड़क बनाएगा नहीं : सादिक
शहर में एक समारोह में शामिल होने पहुंचे सांसद मोहम्मद सादिक से पूछा कि चुनाव के बाद सांसद स्वागत समारोहों में तो खूब पहुंचे लेकिन जनता की समस्याओं को सुनने एक बार भी नहीं पहुंचे, लोगों को सड़क के गड्ढे भरने के लिए बूट पालिश करनी पड़ रही हैं, इस पर सांसद ने कहा कि सांसद तो सड़क बनाएगा नहीं। तलवंडी-लुधियाना सड़क का मुद्दा जरूर उन्होंने संसद में उठाया था, लेकिन ठेकेदार भाजपा का राज्यसभा सदस्य है, इसलिए ये सड़क नहीं बन रही है।