झकझोर देगी इस युवती की आपबीती, महज 100 रुपये के लिए बनाने पड़े पांच लोगों से संबंध
युवती को नशे के लिए महज सौ रुपये चाहिए थे। इसके लिए उसे अपनी आबरू का सौदा करना पड़ा। उसने पांच लोगों से संबंध बनाकर सौ रुपये जुटाए और फिर नशा खरीदा।
जेएनएन, मोगा। नशे की लत में बर्बादी का पंख लगाकर पंजाब सच में उड़ रहा है। ऐसा ही एक घिनौना सच सामने आया। नशे के दलदल में फंसी मोगा की एक युवती की कहानी आपको झकझोर के रख देगी। नशे के लिए महज सौ रुपये चाहिए थे और युवती को इसके लिए अपनी आबरू का सौदा करना पड़ा। यही नहीं, उसने पांच लोगों से संबंध बना 100 रुपये जुटाए और फिर मेडिकल नशा लिया।
श्री गुरु ग्रंथ साहिब सत्कार कमेटी टकसाल के प्रधान राजा सिंह खुखराना ने बताया कि 11 जुलाई को 17 साल की किशोरी ने उनके सामने नशा छोड़नेे के लिए मदद की गुहार लगाई। इस दौरान उसने आपबीती सुनाई तो पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने बताया कि उसके अलावा पांच और लड़कियोंं को नशे व देह व्यापार का धंधा चलाने वालों ने अपने चंगुल में फंसाया है। इनमें से एक लड़की को उन्होंने शनिवार को तलाश लिया।
पूछताछ में युवती ने बताया कि वह नशे की इस कदर आदी है कि नशे के लिए वह कुछ भी करने को तैयार है। दो दिन पहले उसके पास मेडिकल नशा खरीदने के लिए पैसे नहीं थे। महज 100 रुपये इकट्ठे करने के लिए उसे पांच लोगों के साथ संबध बनाने पड़े। इसके बाद मिले 100 रुपये से उसने मेडिकल नशा लिया। युवती की आपबीती बातों को सत्कार कमेटी के सदस्यों ने रिकॉर्ड किए वीडियो के माध्यम से मीडिया के सामने पेश किया। खुखराना ने कहा कि युवती उनके पास है पूरी तरह सुरक्षित है।
पीडि़ता की कहानी उसी की जुबानी
घर की परेशानी दूर करने के लिए खुद 'परेशानी' में फंसी
सत्कार कमेटी के सदस्य राजा सिंह ठुकराना ने बताया कि नशे की शिकार युवती ने शनिवार को कमेटी के सामने बताया कि परिवार की आर्थिक हालत अच्छी न होने के कारण उसने एक ब्यूटी पार्लर में नौकरी की थी। वहीं पर एक लड़के के साथ उसकी दोस्ती हुई। उसने पहले उसे नशे का ऑफर किया और जब वह नशे की आदी हो गई तो नशे के पैसों के लिए देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया। परिवार की परेशानी तो दूर नहीं हुई वह खुद मुश्किल में फंस गई। अब वह इससे बाहर आना चाहती है।
इधर, नशे ने ली दो युवकों की जान
आइलेट्स कर बेटा कनाडा जाने की तैयारी में था, नशे ने छीन ली जिंदगी
जेएनएन जालंधर: नासूर बने नशे ने सूबे में दो और युवकों की जान ले ली। बरनाला के गांव मांगेवाल निवासी बलवीर सिंह ने बताया कि उसके बेटे हरजोत सिंह (22) का इलाज तीन महीने से चल रहा था। आठ जुलाई को वह अपनी बुआ के पास गांव मन्नवी (मालेरकोटला) चला गया। 12 जुलाई को वापस गांव के लिए चला, लेकिन घर पहुंचने के बजाय वह संदौड़ के पास लोगों को नशे की हालत में मिला। लोग उसे मांगेवाल छोड़ गए।
सिविल अस्पताल में भर्ती करवाने पर उसे लुधियाना रेफर कर दिया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मृतक 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद 6.5 बैंड लेकर आइलेट्स पास कर चुका था, वह स्टडी वीजा पर कनाडा जाने की तैयारी कर रहा था। बलबीर ने बताया कि वह उसकी फाइल लगाने की तैयारी कर रहे थे।
फिरोजपुर में नशे से चार दिन में पांचवीं मौत
उधर, फिरोजपुर बॉर्डर से सटे लगातार चौथे दिन नशे से एक युवक की मौत हो गई। चार दिन में यह पांचवीं मौत है। शनिवार गांव किला नौ निवासी 32 वर्षीय युवक नछत्तर सिंह की नशे से मौत हो गई। नछत्तर के पिता अनूप सिंह ने बताया कि बेटा पहले फोटोग्राफी का काम करता था। बाद में वह पेट्रोल पंप पर नौकरी करने लगा। इसी बीच वह नशे के चंगुल में फंस गया। उसकी एक बेटी रवनीत कौर व बेटा अंश सिंह है। परिवार में वह ही कमाई का जरिया था।