कृषि विधेयक विरोधी रैली में डॉ. हरजोत ने दिखाया दम, पार्टी की बने 'शक्ति'
जागरण संवाददाता मोगा कृषि विधेयक के खिलाफ नई दाना मंडी में विधायक डॉ. हरजोत कमल ने र
जागरण संवाददाता, मोगा
कृषि विधेयक के खिलाफ नई दाना मंडी में विधायक डॉ. हरजोत कमल ने रैली आयोजित कर संकेत दे दिया कि भले ही कांग्रेस इस समय जिले में नेतृत्व विहीन चल रही है, लेकिन वह पार्टी में बड़ी शक्ति के रूप में उभर रहे हैं। रैली में जिस प्रकार से ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में पहुंचे, उससे जिले की राजनीति में डॉ. हरजोत नई शक्ति के रूप में उभरकर सामने आ रहे हैं।
रैली में डॉ. हरजोत कमल के अलावा इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन विनोद बंसल, जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष तारा सिंह संधु, दविदर सिंह रनियां, अकाली दल छोड़कर हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व पार्षद गुरविदर सिंह बबलू, विक्की सरपंच सहित शहर में नगर निगम चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे सभी वार्ड के कांग्रेस की युवा ब्रिगेड भी बड़ी संख्या में शामिल हुई।
रैली में डॉ. हरजोत ने कहा कि केंद्र सरकार ने भले ही तीन कृषि बिल पास कर दिए हैं, लेकिन केंद्र समझ ले कि किसी भी कीमत में किसानों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। सरकार किसानों की शक्ति का परीक्षण न ले, जो किसान पूरे देश का पेट भर सकते हैं वही किसान किसी भी सत्ता का तख्ता भी पलट सकते हैं।
डॉ. हरजोत ने सवाल उठाया है कि क्रेंद के मंत्री बार-बार दुहाई दे रहे हैं कि एमएसपी (न्यूनतम खरीद मूल्य) को खत्म नहीं करेंगे। अगर ऐसा है तो केंद्र सरकार ने इस बात को विधेयक में क्यों शामिल नहीं किया है। इससे साफ है कि केंद्र किसानों का भविष्य चंद पूंजीपतियों के हाथों में गिरवी रखना चाहती है, जिसे कांग्रेस किसी कीमत पर होने नहीं देगी। किसान अपनी उपज मंडी में ही बेचेगा और उसके साथ किसी भी कीमत पर अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
रैली में सुबह लगभग 9.30 बजे से ही जिले के देहाती व शहरी क्षेत्र से लोगों का जुटना शुरू हो गया था। लगभग 10.30 बजे तक रैली स्थल पर हालत यह थी कि शारीरिक दूरी के भी सभी नियम टूटते दिखाई दिए। आम तौर पर कांग्रेस में यह माना जाता रहा है कि कोई भी नेता निजी स्तर पर ज्यादा भीड़ एकत्र नहीं कर पाता है। मगर, डॉ. हरजोत ने कोरोना काल में भीड़ के हिसाब से कांग्रेस नेताओं के प्रति बने इस मिथक को तोड़ दिया।