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माता चितपूर्णी मंदिर में कोरोना के खात्मे के लिए प्रार्थना

। प्राचीन माता चितपूर्णी मंदिर में माता के दरबार में भक्तों ने ज्योति प्रज्वलित कर नवदुर्गा की पूजा और दुर्गा स्तुति की। इस दौरान श्रद्धालुओं ने कोरोना महामारी के खात्मे के लिए प्रार्थना की।

By JagranEdited By: Published: Thu, 03 Jun 2021 10:47 PM (IST)Updated: Thu, 03 Jun 2021 10:47 PM (IST)
माता चितपूर्णी मंदिर में कोरोना के खात्मे के लिए प्रार्थना
माता चितपूर्णी मंदिर में कोरोना के खात्मे के लिए प्रार्थना

संवाद सहयोगी, मोगा

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प्राचीन माता चितपूर्णी मंदिर में माता के दरबार में भक्तों ने ज्योति प्रज्वलित कर नवदुर्गा की पूजा और दुर्गा स्तुति की। इस दौरान श्रद्धालुओं ने कोरोना महामारी के खात्मे के लिए प्रार्थना की।

इस दौरान महिला मंडल की सदस्यों ने तेरे नाम का रंग ऐसा चड़िया मां भक्त ने तेरा पल्ला फडि़या मां., मुझे अपने रंग में रंग दे मेरी शेरां वाली मां.. आदि भजनों के माध्यम से मां भगवती का गुणगान किया। पंडित भूपिदर गौतम ने बताया कि मां दुर्गा की स्तुति करने से मन को शांति मिलती है। इसके उच्चारण से नवदुर्गा प्रसन्न होकर अपने भक्तों पर कृपा करती है। माता की उपासना करने से रोग और शोक नष्ट होते है। भक्त भयमुक्त होकर जीवन जीते हैं, उनका मन शांत रहता है। माता की पूजा से आयु, यश व बल की वृद्धि होती है। हमें नित प्रतिदिन महामाई की पूजा, अर्चना व गुणगान करना चाहिए। कोरोना महामारी के इस दौर में घरों में भी रोजाना मां दुर्गा की स्तुति करनी चाहिए, ताकि घर में सुख शांति रहे। ऐसा करने से भगवती अपने भक्तों पर प्रसन्न होकर उसकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। महामारी के इस दौर में हम सबको अपना व दूसरों का बचाव रखना चाहिए। इस अवसर पर शंकर बांसल,कांता रानी,मनदीप मदान, गणेश, ज्योति आदि हाजिर थे। शिव दुर्गा शक्ति मंदिर में किया मां दुर्गा का पूजन

शिव दुर्गा शक्ति मंदिर में नव दुर्गा के दरबार में ज्योति प्रचंड करके सभी ने श्री हनुमान चालीसा का पाठ और दुर्गा स्तुति की।

पंडित तरसेम शर्मा ने कहा कि माता की पूजा से नकारात्मक सोच का अंत होता है। इनकी पूजा करने से शत्रुओं का विनाश होता है और मन से बुरे विचार खत्म होते हैं। उन्होंने कहा कि मां की कृपा से सब कार्य सफल होते हैं। लेकिन इस कलयुग में भले ही भगवान का नाम लेना बड़ा मुश्किल है लेकिन जो इस मार्ग पर चल पड़ता है वह भवसागर से पार हो जाता है। उन्होंने कहा कि नवदुर्गा की पूजा करने से सुख व उत्तम फल की प्राप्ति होती है। व्यक्ति के कई जन्मों के पापों का अंत होता है। मां की पूजा व गुणगान करने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। व्यक्ति जिस रूप में माता की पूजा करता है वह उसी रूप में फल देती हैं। मंदिर कमेटी के देविदर शर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में हम सबको धार्मिक कार्यों के साथ साथ सतर्कता का भी ध्यान रखना है। ताकि हम अपना व दूसरों का बचाव कर सकें। इस अवसर पर देविदर शर्मा, तरसेम शर्मा, पंडित देशराज, सीता देवी, सुमन रानी हाजिर थे।


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