सीआइए स्टाफ के क्वार्टर में मृत मिला कांस्टेबल
सीआइए स्टाफ में तैनात कांस्टेबल देर रात डयूटी से लौटा था जो वीरवार को सुबह मृत मिला। सीआइए स्टाफ के प्रभारी ने मामले की सूचना थाना मेहना को दे दी है।
संवाद सहयोगी,मोगा
सीआइए स्टाफ में तैनात कांस्टेबल देर रात डयूटी से लौटा था जो वीरवार को सुबह मृत मिला। सीआइए स्टाफ के प्रभारी ने मामले की सूचना थाना मेहना को दे दी है। इसके बाद शव का मोगा के सिविल अस्पताल से वीरवार को दोपहर तीन डाक्टरों के बोर्ड से पोस्टमार्टम किया। शव वारिसों के हवाले कर दिया गया है।
थाना मेहना में तैनात एएसआइ अजायब सिंह ने बताया कि 30 वर्षीय गुरमीत सिंह पुत्र जगतार सिंह निवासी रौली कांस्टेबल के पद पर तैनात था। वह बुधवार को विभागीय आदेशों के अनुसार छापेमारी करके देर रात लौटने के बाद सीआइए स्टाफ में बने क्वार्टर में सो गया। वीरवार को सुबह वह मृत मिला।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्होंने शव को कब्जे में लेकर डाक्टर गुरविदर सिंह ,डाक्टर नरिदरजीत सिंह व डाक्टर राज बहादुर सिंह का बोर्ड बनवाकर विसरा लेकर जांच के लिए भेज दिया है। उन्होंने बताया कि मृतक तीन वर्ष के बेटे का पिता था । पूरी लगन से करता था ड्यूटी
सीआइए स्टाफ के प्रभारी इंस्पेक्टर तरलोचन सिंह ने कहा कि गुरमीत सिंह सिटी साउथ समेत अन्य थानों में ड्यूटी कर चुका है। वह पिछले तीन महीनों से सीआइए स्टाफ में तैनात था। वह पूरी लगन के साथ ड्यूटी करता था। कोरोना काल में उसने शानदार काम किया था। सेहत विभाग ने की फ्राइडे-ड्राई डे मुहिम की शुरूआत सेहत विभाग ने इस बार डेंगू से निपटने के लिए अलग रणनीति तैयार करके उस पर काम शुरू कर दिया है। पिछले वर्ष दौरान डेंगू के केसों में बढ़ोत्तरी हुई थीं जिसका मुख्य कारण डेंगू से बचाव की गतिविधियों का देर से शुरू होना भी माना गया था।
इस बार मार्च महीने में ही सेहत विभाग द्वारा ब्रीड चेकरों की भर्ती करके डेंगू विरोधी गतिविधियां शुरू कर दी गई हैं। यह जानकारी एपीडीमोलोजिस्ट डा. मनीष अरोड़ा ने दी। उन्होंने कहा कि सेहत विभाग द्वारा हर शुक्रवार को ड्राई-डे मनाने शुरू कर दिया है तथा हर शुक्रवार विभाग की टीमें घरों में जाकर लारवा चेक करेंगी और चालान काटेंगे।
उन्होंने आम लोगों से अपील करते कहा कि घरों, दुकानों व फैक्ट्रियों में साफ पानी पांच दिन से अधिक न जमा होने दें। हेल्थ सुपरवाइजर महेन्द्रपाल लूंबा की अगुआई में पिछले तीन दिन में 1800 घरों की जांच की गई। इस दौरान 41 स्थानों पर डेंगू का लारवा मिला, जिसे टीम ने स्प्रे से नष्ट कर दिया।