गायनी वार्ड के बाहर बिजली की तारों पर सुखाए जा रहे कपड़े
मोगा सिविल अस्पताल में आने वाले मरीजों को अस्पताल प्रशासन द्वारा बेहतर सेवाएं देने के दावे किए जा रहे हैं लेकिन यहां हर दिन कोई न कोई समस्या नजर आती है। ऐसी ही एक गंभीर समस्या गायनी वार्ड के बाहर लगे बिजली के ट्रांसफार्मर से निकलने वाली हाई वोल्टेज की तार बनी हुई है। इस पर गायनी वार्ड में भर्ती महिलाओं के तीमारदारों द्वारा कपड़े धोकर सुखाए जा रहे हैं।
राज कुमार राजू, मोगा
सिविल अस्पताल में आने वाले मरीजों को अस्पताल प्रशासन द्वारा बेहतर सेवाएं देने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन यहां हर दिन कोई न कोई समस्या नजर आती है। ऐसी ही एक गंभीर समस्या गायनी वार्ड के बाहर लगे बिजली के ट्रांसफार्मर से निकलने वाली हाई वोल्टेज की तार बनी हुई है। इस पर गायनी वार्ड में भर्ती महिलाओं के तीमारदारों द्वारा कपड़े धोकर सुखाए जा रहे हैं। इसकी जानकारी भले ही अस्पताल प्रशासन समेत वहां काम करने वाले पूरे स्टाफ को है, लेकिन कोई भी इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं देता है। ऐसे में कभी भी पानी एवं बारिश से भीगी होने के कारण यह तार जानलेवा साबित हो सकती है।।
बता दें कि सिविल अस्पताल में पांच सौ के करीब लोग ओपीडी में अलग-अलग डॉक्टरों से उपचार करवाने के लिए पहुंचते हैं। वहीं गायनी वार्ड में बड़ी संख्या में महिलाएं डिलीवरी के लिए आती हैं। ऐसे में अस्पताल परिसर में रैन बसेरे की कमी होने समेत अन्य सुविधाएं न होने के कारण लोग जहां गायनी वार्ड में ही फर्श पर अपना रेन बसेरा बना लेते हैं। वही भर्ती प्रसुताओं व उनके बच्चों के कपड़ों को खुले में धोकर तामीरदार गायनी वार्ड के बाहर गुजरने वाली बिजली की तार पर सुखा देते हैं।
वहीं सिविल अस्पताल में आए मनजिदर सिंह सतपाल सिंह व अन्य तीमारदारों ने बताया कि यहां शौचालयों की हालत भी अच्छी नहीं है और पेयजल भी उपलब्ध नहीं हो रहा है। इस बारे में उनहोंने कई बार ड्यूटी पर तैनात उच्च अधिकारियों के ध्यान में भी मामले को लाया है। मगर, कोई समाधान नहीं हुआ है। साथ ही हाई वोल्टेज तार पर कपड़े सुखाए जाने पर ट्रांसफार्मर से चिंगारी निगलने के कारण हादसा भी हो सकता है। मगर, तामीरदार कपड़े सुखाने के लिए कोई अन्य स्थान न मिलने पर हाई वोल्टेज केबल तार पर ही कपड़े सुखाने लगते हैं। इससे बचने के लिए उक्त तार को ऊंचा करने की जरूरत है और कपड़े सुखाने के लिए कोई अन्य इंतजाम होना चाहिए।
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समस्या का होगा समाधान
इस संदर्भ में एसएमओ डॉ. राजेश अत्री ने बताया कि उक्त समस्या उनके ध्यान में अभी आई है। इसका समाधान किया जाएगा।