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परदे पर दिखेगी 'मोगा एक प्रेम कथा', मिली मंजूरी

सनी शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन से उन्हें शूटिग की मंजूरी मिल गई है। जिले के इतिहास को 25 एपीसोड में समेटा गया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 04 Oct 2020 10:36 PM (IST)Updated: Sun, 04 Oct 2020 10:36 PM (IST)
परदे पर दिखेगी 'मोगा एक प्रेम कथा', मिली मंजूरी
परदे पर दिखेगी 'मोगा एक प्रेम कथा', मिली मंजूरी

जागरण संवाददाता, मोगा : गदरी बाबाओं को ही नहीं बल्कि लाला लाजपत राय जैसे शूरवीरों से लेकर वैश्विक संकट में जब सरकारें लोगों को जिदगी देने में नाकाम रहीं, जब मानवता की सेवा के लिए आगे आने वाले फिल्म अभिनेता सोनू सूद जैसे सपूतों को जन्म देने वाले मोगा का इतिहास जल्द ही धारावाहिक के रूप में शहर को देखने को मिलेगा। ये धारावाहिक तैयार कर रहे हैं, दूरदर्शन जालंधर के लिए पंजाबियां दी शान बखरी के बना चुके निर्माता सनी शर्मा।

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सनी शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन से उन्हें शूटिग की मंजूरी मिल गई है। जिले के इतिहास को 25 एपीसोड में समेटा गया है, इसमें इतिहास के उन गौरवशाली पलों को फिर से जिदा करने का प्रयास किया जा रहा है जो नई पीढ़ी भूल चुकी है। इतिहास की इस गाथा को 'मोगा एक प्रेम कथा' दास्तान-ए-शहर के नाम से प्रस्तुत किया जाएगा। निर्माता सनी शर्मा ने बताया कि जिले के इतिहास के तथ्यों की कड़ियां जुटाने में तीन साल लग गए, क्योंकि मोगा जिले के इतिहास पर अब तक सिर्फ तीन किताबें लिखी गई हैं, तीनों ही लेखक अब इस दुनिया में नहीं हैं। लेखकों के रुखसत होने के बाद इन किताबों को किसी ने संभालकर भी नहीं रखा लेकिन जिले भर की लाइब्रेरियों को खंगालते हुए ये तीनों पुस्तकें उन्होंने हासिल कर ली हैं। शूटिग की मंजूरी मिल जाने के बाद अब इसका फिल्मांकन जल्द ही शुरू किया जाएगा।

धारावाहिक के रूप में तैयार किए जा रहे मोगा के इतिहास में सबसे अहम कड़ी निभाने वाले बैंकर दीपक शर्मा का कहना है कि ये धारावाहिक न सिर्फ नई पीढ़ी के लिए एक नसीहत होगी, बल्कि ये संदेश भी देगी कि कई बार गलत फहमी की वजह से हमारे जीवन की समृद्धि के रास्ते ही रुक जाते हैं, जिस समय मोगा वीरान था, यहां गांव भी नहीं बसा था, तब सिर्फ आसपास के क्षेत्र में धर्मकोट ही एक मात्र बाजार होता था, वहीं से रेलवे लाइन गुजरनी थी, लेकिन उस समय कुछ लोगों ने अफवाह फैला दी कि रेलवे लाइन धर्मकोट में बनेगी तो उसकी धमक इतनी ज्यादा होगी कि बच्चे भी पैदा होना मुश्किल हो जाएगा, लोगों ने विरोध किया, तब रेलवे लाइन मोगा से होकर गुजरने लगी, परिणाम सबके सामने है कि धर्मकोट आज भी गांव जैसा है लेकिन रेलवे लाइन आते ही मोगा ने विकास की नई गाथा लिख डाली। इतिहास के इन तमाम पन्नों को बड़े ही रोचक ढंग से धारावाहिक के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा।


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