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केंद्रीय टीम ने खोजी सिविल अस्पताल की खामियां

मोगा : सीआरएम (कॉमन रिव्यू मिशन) के तहत केंद्रीय टीम ने तीसरे दिन सिविल अस्पताल की जांच कर खामियां खोजी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Sep 2018 05:16 PM (IST)Updated: Sat, 08 Sep 2018 05:16 PM (IST)
केंद्रीय टीम ने खोजी सिविल अस्पताल की खामियां
केंद्रीय टीम ने खोजी सिविल अस्पताल की खामियां

संवाद सहयोगी, मोगा : सीआरएम (कॉमन रिव्यू मिशन) के तहत केंद्रीय टीम ने तीसरे दिन सिविल अस्पताल की जांच कर खामियां खोजी। इस दौरान अस्पताल प्रबंधन ने टीम को संतुष्ट करने के लिए कोई कसर नही छोड़ी, लेकिन अस्पताल में की गई व्यवस्थाओं ने अस्पताल प्रबंधन का भांडा फोड़ दिया।

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पांच सदस्यीय टीम द्वारा जब शनिवार की सुबह सिविल अस्पताल परिसर में बने ओएसटी सेंटर का निरीक्षण किया गया तो टीम द्वारा कई प्रकार की दस्तावेजी व व्यवस्थित कमियां पाई गई, जिसपर टीम अधिकारियों ने मौके पर ही संबंधित स्टाफ को लताड़ लगाई। बता दें कि टीम के किसी भी अधिकारी ने मीडिया सदस्यों को किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नही दी, लेकिन निरीक्षण के दौरान जिस प्रकार टीम अधिकारी अस्पताल प्रबंधन की क्लास ले रहे थे, उससे साफ हो गया था कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा सिविल अस्पताल में की गई व्यवस्था से टीम बेहद निराश है। टीम की आओ भगत तथा सवालों के जवाब देने के लिए सिविल सर्जन डॉ. सुशील जैन, एसएमओ डॉ. राजेश अत्री, जिला टीबी अफसर डॉ. इंद्रबीर गिल, डॉ. मनीश अरोड़ा व अन्य अस्पताल स्टाफ मौजूद था।

गौर रहे कि केंद्र सरकार की ओर से सीआरएम (कॉमन रिव्यू मिशन) के तहत इस बार पंजाब के मोगा और गुरदासपुर जिले को चुना गया है। केंद्र की एक टीम द्वारा दोनों जिलों में निरीक्षण कर सेहत सुविधाओं को जमीनी स्तर पर जाना जाएगा और उसी के आधार पर रिपोर्ट बनाकर केंद्र सरकार को भेज दी जाएगी। उस रिपोर्ट में पाई गई खामियों को दूर करने के लिए केंद्र द्वारा राज्य सरकार को लिखा जाएगा और रिपोर्ट काफी निराशाजनक पाए जाने पर केंद्र की ओर से सीधा मिलने वाले फंडों में भी कटौती की जाएगी। सीबी लैब का स्टाफ नहीं दे पाया सवालों के जवाब

सिविल अस्पताल के टीबी सेंटर में बनी सीबी नाट लैब का जब टीम द्वारा निरीक्षण किया गया तो टीम लीडर ने लैब में काम करने वाले मुख्य मुलाजिम से सवाल जवाब शुरू कर दिए। टीम लीडर ने कहा कि मान लो कि मैं तुम्हारे पास लैब से टीबी का टेस्ट करवाने आया हूं तो तुम मुझे कैसे डील करोगे और कैसे मुझसे सैंपल लेकर टेस्ट पर लगाओगे। यह पूरी प्रक्रिया टीम ने सबके सामने करके दिखाने को कहा। इसपर जब लैब कर्मचारी ने बोलना शुरू किया तो टीम लीडर ने फिर उसके जवाब से सवाल खड़ा कर दिया कि सैंपल को जिस मशीन में लगाया जाता है, उसमें क्या चैक किया जाता है और उक्त टेस्ट की फुल फार्म क्या है। तो लैब कर्मचारी टीम लीडर के सवाल का जवाब नही दे पाया। जिसपर टीम लीडर ने लैब कर्मचारी व अन्य स्टाफ को कहा कि महज सैंपल लेकर टेस्ट लगाने तक ही जानकारी सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि लैब में काम करने वाले हर मुलाजिम को सीबी नॉट लैब के हरेक टेस्ट के बारे में डिटेल में पता होना चाहिए। पानी की लीकेज देख हैरान हुई टीम

सिविल अस्पताल परिसर में बनी एएनएम स्कूल की बि¨ल्डग ज्यादा पुरानी नहीं है, लेकिन पानी की लीकेज के कारण पूरा दिन जहां पानी व्यर्थ बहता है, वहीं बि¨ल्डग दिन प्रतिदिन खोखली होती जा रही है। टीम ने जब इस मंजर को देखा तो वह काफी हैरान हुई। वहीं ओएसटी सेंटर के बाहर युवकों को मंडराते देख टीम अधिकारी आपस में विमर्श कर रहे थे कि अस्पताल में ओएसटी सेंटर नियमों के अनुसार नहीं बल्कि टाइम पास के लिए चलाया जा रहा है, क्योंकि किसी भी अस्पताल में ओएसटी सेंटर में ऐसी व्यवस्था नहीं है। सिविल सर्जन सुशील जैन ने कहा कि कल भी टीम अस्पताल की जांच करेंगी


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