जेपी हर्बल फार्मेसी के खिलाफ केस दायर
फोटो-8 -फैकट्री मालिक के खिलाफ तीन अन्य केस दायर करने की प्रक्रिया जारी -घर व फैक्ट्री से एसटीएफ को मिला था संदिग्ध रॉ मैटीरियल
संवाद सहयोगी, मोगा : ड्रग विभाग मोगा की ओर से जेपी हर्बल फार्मेसी फैक्ट्री के मालिकों के खिलाफ अदालत में ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट के तहत केस दायर कर दिया गया है।
ड्रग इंस्पेक्टर सोनिया गुप्ता ने कहा कि उनके द्वारा फैक्ट्री व घर से बरामद किए गए रॉ मट्रीरियल के बारे में दो अलग अलग केस दायर करने की मंजूरी विभाग से मांगी गई थी। विभाग ने एक केस की अप्रूवल भेज दी है, जिसके चलते उनके द्वारा अदालत में केस दायर कर दिया गया है, जबकि दूसरे मामले में अप्रूवल आते ही दूसरा केस भी अदालत में दायर कर दिया जाएगा।
बता दें कि आयुर्वैदिक दवाइयों की आड़ में एलोपेथिक रॉ मैटीरियल का प्रयोग करने वाले फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ आयुर्वैदिक विभाग द्वारा भी दो केस अदालत में दायर करने की प्रक्रिया जारी है, जैसे ही विभाग की आलाकमान उन्हें अनुमति देगी तो तीन अन्य केस फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ अदालत में दायर कर दिए जाएंगे। यानि इससे फैक्ट्री मालिकों पर कानूनी गाज गिरना लगभग तय हो गया है।
गौर रहे कि बीती 18 मार्च को एसटीएफ चंडीगढ़, ब¨ठडा व मोगा टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए स्थानीय दत रोड पर स्थित डॉ. गुरबचन ¨सह के घर पर दबिश की थी। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि डॉक्टर गुरबचन ¨सह और उसके दो बेटे मादक पदार्थों की तस्करी करते हैं, लेकिन घर की तलाशी लेने पर एसटीएफ की टीम को दवाईयों की कुछ संदिग्ध पुड़िया बरामद हुई तो टीम ने तुरंत ड्रग व आयुर्वैदिक विभाग की टीम को मौके पर बुला लिया। इस दौरान ड्रग तथा आयुर्वैदिक विभाग ने पुड़ियों के सैंपल भरे थे। वहीं इसी बीच डॉक्टर गुरबचन का एक बेटा हर¨जदर ¨सह विक्की मौके पर भागने लगा तो पुलिस टीम ने उसे ही दबोच लिया। पूछताछ करने पर एसटीएफ को पता चला कि मैजिस्टिक रोड पर डॉक्टर गुरबचन ¨सह की एक हर्बल फैक्ट्री भी है, जिसके बाद टीम ने फैक्ट्री में दबिश देकर वहां से ¨क्वटलों के हिसाब से आयुर्वैदिक दवा का संदिग्ध रॉ मट्रीरियल बरामद कर लिया। यहां से भी ड्रग व फूड विभाग की टीम ने रॉ मट्रीरियल के सैंपल लेकर रॉ मैटीरियल को सील कर दिया था। मिली जानकारी के अनुसार डॉ. गुरबचन ¨सह ¨सह समेत उसके बेटों को विभाग द्वारा पार्टी बनाकर अदालत में केस दायर किया जा रहा है।