Move to Jagran APP

होटलों का बिजनेस लॉक, करंट मार रहा बिजली बिल, साढ़े पांच करोड़ का घाटा

लॉकडाउन भले ही खोल दिया गया हो लेकिन इस दौरान रेस्टोरेंट संचालकों का करोड़ो का व्यापार लॉक हो गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Jun 2020 05:16 AM (IST)Updated: Wed, 03 Jun 2020 06:12 AM (IST)
होटलों का बिजनेस लॉक, करंट मार रहा बिजली बिल, साढ़े पांच करोड़ का घाटा
होटलों का बिजनेस लॉक, करंट मार रहा बिजली बिल, साढ़े पांच करोड़ का घाटा

अश्विनी शर्मा, मोगा

loksabha election banner

68 दिनों के बाद शहर भले ही लॉकडाउन के बाद अनलॉक-1 में प्रवेश कर गया हो, लेकिन होटल व रेस्टोरेंट व्यवसाय लंबे समय तक अनलॉक से बाहर आ सकेगा, कहना मुश्किल है।

जिले के 55 होटलों में शादी व अन्य समारोहों की 250 से ज्यादा बुकिग रद हो चुकी हैं, बिजली का बिल करंट मार रहा है। होटल मालिकों का कहना है कि सरकार ने आठ जून से होटल खुलने की बात कही है, लेकिन अभी तक कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है, उधर ज्यादातर लेबर भी अपने घरों को लौट चुकी है।

भले ही रेस्टोरेंट एवं होटल संचालकों को खाने की होम डिलीवरी करने की अनुमति मिल गई है, लेकिन संचालकों को राहत नहीं मिली है, क्योंकि ग्राहक ही नहीं है। आठ जून से रेस्टोरेंट खोलने को लेकर कोई गाइडलाइन जारी नहीं होने से रेस्टारेंट संचालकों में असमंजस की स्थिति है। साढ़े पांच करोड़ का हुआ नुकसान

होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के सचिव राकेश जायसवाल ने बताया कि जिले में 55 होटल एवं रेस्टोरेंट हैं जिनमें महीने भर के हिसाब से लाखों रुपये का व्यापार होता है। पिछले दो महीने से लॉकडाउन के चलते होटल संचालकों को करीब साढ़े पांच करोड़ का नुकसान झेलना पड़ा और दोहरी मार बिजली के भारी भरकम बिलों से पड़ी। इस दौरान कुछ होटल संचालकों ने लेबर की महत्वता को समझते हुए दो महीने की सैलरी भी दी। रेस्टोरेंट वेटर-कुक जा चुके है अपने घर

फॉर-जी रेस्टोरेंट के संचालक एवं होटल एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष रमन गांधी ने बताया कि महामारी के दौरान होटल एंड रेस्टोरेंट में करीब 340 प्रवासी वेटर-कुक का काम करते हैं, जोकि घरों में जा चुके है। लॉकडाउन के दौरान जिले में 250 से अधिक रेस्टोरेंट एवं होटल की बुकिग कैंसिल हो गई और अब सरकार द्वारा मैनुअन सरचार्ज के साथ बिजली बिलों को भेज दिया गया, जिससे रेस्टोरेंट संचालकों पर दोहरी मार पड़ी है। हर महीने 35 से 40 हजार का आ रहा बिजली बिल

चोखा एम्पायर के एमडी ध्रुव कंसल का कहना है कि न होटल चल रहा है न सिनेमा घर बिजली का हर महीने 35 से 40 हजार का बिल आ रहा है। सरकार सिनेमा हॉल को खोलने की भी अनुमति दे, भले ही बैठने की क्षमता कर दे, ताकि जो लेबर जाने से बची है उसे बचाकर रखा जा सके।

होटल एंड रेस्टोरेंट खुलने से पहले करेंगे गाइडलाइन जारी : डीसी

डीसी संदीप हंस ने बताया कि अभी इस बारे में अधिसूचना जारी नहीं की गई है। जब होटल एवं रेस्टोरेंट खोलने की अनुमति दी जाएगी तो जिला प्रशासन गाइडलाइन जारी कर देगा। फिलहाल जो हिदायतें जारी है उसकी पालना करना अनिवार्य है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.