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दिन दहाड़े किशोरी का अपहरण, दुष्कर्म की कोशिश

गांव किली गांदरा में एक एनआरआइ के घर में काम करके घर लौट रही 17 साल की किशोरी को कुछ युवक गांव की टंकी के निकट से अगवा कर खेत के ट्यूबवेल पर ले गए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Jan 2020 10:22 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jan 2020 06:14 AM (IST)
दिन दहाड़े किशोरी का अपहरण, दुष्कर्म की कोशिश
दिन दहाड़े किशोरी का अपहरण, दुष्कर्म की कोशिश

संवाद सूत्र, मोगा : गांव किली गांदरा में एक एनआरआइ के घर में काम करके घर लौट रही 17 साल की किशोरी को कुछ युवक गांव की टंकी के निकट से अगवा कर खेत के ट्यूबवेल पर ले गए। किशोरी की चीख पुकार सुनकर ग्रामीणों ने किशोरी को मुक्त कराकर एक युवक को रंगे हाथों दबोच कर पुलिस के हवाले कर दिया, जबकि दो मौके से फरार हो गया। हैरानी की बात है कि घटना के 28 घंटे बाद जब किशोरी के परिजन उसे सिविल अस्पताल से छुट्टी दिलाकर घर वापस ले गए, तब जाकर थाना फतेहगढ़ पंजतूर पुलिस की नींद खुली। बाद में शाम को साढ़े पांच बजे वापस किशोरी व उसके परिजनों को अस्पताल में बुलाकर बयान दर्ज किए। एफआइआर देर शाम तक दर्ज नहीं हो सकी थी।

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अस्पताल में भर्ती पीड़िात के पिता ने बताया कि उसकी 17 वर्षीय बेटी गांव में एक एनआरआइ के छोटे बच्चे को खिलाने जाती है। बुधवार की दोपहर को वह एनआरआइ के बच्चे को खिलाकर पैदल ही दो बजे घर वापस लौट रही थी। उनकी बेटी गांव के निकट पानी वाली टंकी के पास पहुंची तो वहां सुनसान इलाका होने के कारण तीन युवक उसे मुंह बंद करके गांव में एक खेत के ट्यूबवेल की तरफ ले गए। किशोरी ने शोर मचाया तो ग्रामीणों के आने पर युवक किशोरी को छोड़कर भागने लगे। ग्रामीणों ने पीछा कर एक युवक को मौके पर दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया।

पीड़ित के पिता ने बताया कि उनकी बेटी दसवीं में पढ़ रही थी, लेकिन पिछले एक महीने से वह स्कूल नहीं जा रही है। जब स्कूल जाती थी, तब भी इन लड़कों ने कई बार स्कूल वैन रोककर उसकी बेटी के साथ छेड़छाड़ की , स्कूल वैन चालक ने भी इस बात की शिकायत उन्हें की थी। उस समय वे मामला ग्राम पंचायत में ले गए थे। पंचायत ने उस समय तीनों लड़कों के साथ उनका समझौता करा दिया था। वीरवार दोपहर दो बजे तक वे पुलिस का इंतजार करते रहे, लेकिन पुलिस पीड़िता के बयान लेने नहीं पहुंची। पुलिस से निराश होकर परिजन दोपहर दो बजे किशोरी को छुट्टी दिलाकर घर ले गए। मीडिया ने जब थाना प्रभारी फतेहगढ़ पंजतूर के इंस्पेक्टर को फोन करने शुरू किए तब जाकर पुलिस शाम को साढ़े पांच बजे अस्पताल पहुंची व किशोरी व उसके परिजनों को वापस अस्पताल बुलाकर उसके बयान लिए। पीड़ित के पिता कहना है कि युवक दबंग परिवार से संबंधित हैं वे कभी भी उसकी बेटी को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

पीड़िता के बयान पर होगी कार्रवाई : थाना प्रभारी

थाना फतेहगढ़ पंजतूर के प्रभारी गुरजिदर पाल सिंह का कहना है कि पीड़िता के बयान लेने के लिए मुलाजिम को भेजा गया है, बयान के आधार पर कार्रवाई की जाएगा।


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