अधूरे हाईवे के लिए 13 करोड़ जारी, 70 ब्लैक स्पॉट होंगे खत्म
फोटो-56 जागरण प्रभाव -दैनिक जागरण में मुद्दा उठाए जाने व मामले के हाईकोर्ट पहुंचने के बाद हाईवे अथॉरिटी की नींद खुली -पांच साल से अधूरे पड़े हाईवे को पूरा करने के लिए ठेकेदार को दिए गए पैसे -जिला शिकायत निवारण कमेटी की बैठक में मुद्दा उठा तो डीसी ने किया स्पष्ट
जागरण संवाददाता, मोगा : मोगा जिले की सीमा में 908 लोगों की जान ले चुके अधूरे पड़े तलवंडी-लुधियाना हाईवे का मामला हाईकोर्ट में पहुंचने व दैनिक जागरण की तरफ से उठाने के बाद आखिरकार हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारी नींद से जाग गए। उन्होंने हाईवे की मरम्मत व अधूरे काम के लिए ठेकेदार को 13 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। इससे जल्द अधूरे व खस्ताहाल पड़ी हाईवे के लिंक रोड का काम शुरू कर दिया जाएगा। डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस ने सोमवार को जिला शिकायत निवारण कमेटी की बैठक में इसका मुद्दा उठाए जाने के बाद पैसे जारी होने की पुष्टि की। साथ ही उम्मीद जताई कि इससे 70 के करीब ब्लैक स्पॉट खत्म हो जाएंगे।
जानलेवा बनते जा रहे इस अधूरे हाईवे का मामला दैनिक जागरण ने लगातार कई किश्तों में मुद्दे के रूप में प्रकाशित किया। बाद में जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट रंजीत सिंह धालीवाल, महासचिव हरजीत सिंह ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर कर राज्य के पीडब्ल्यूडी (बीएंडआर) के सचिव, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया, ठेकेदार कंपनी एसल लुधियाना तलवंडी टोल रोड्स प्राईवेट लिमिटेड, डिप्टी कमिश्नर, व एसएसपी को पार्टी बनाया था।
मामला हाईकोर्ट में पहुंचने के बाद आनन-फानन में ठेकेदार को 13 करोड़ रुपये की राशि अधूरे पड़े काम को पूरा करने के लिए जारी कर दी गई। इससे पहले ठेकेदार कंपनी के हाईवे को पूरा करने से पहले ही सरकार से टोल प्लाजा शुरू करने की मांग कर रहा था। जिला बार एसोसिएशन की याचिका पर पार्टी बनाए गए अधिकारियों को 20 जनवरी 2020 को अदालत में जबाव दाखिल करना है। याचिका में मोगा जिले की सीमा में पड़ने वाली तीन थाना क्षेत्रों की लगभग 20 किलोमीटर की सीमा में हुए हादसों का जिक्र किया गया था। जिनमें 908 लोगों की जानें गई थीं, जबकि 519 लोग घायल हुए हैं।