125 लोगों ने किया खूनदान, मिला सम्मान
रक्तदानी समाज के असली नायक होते हैं क्योंकि वह अपना एक यूनिट खूनदान करके चार लोगों की •िादगी बचाने का काम करते हैं। इस लिए हमें भी असली हीरो बनने का मौका गवाना नहीं चाहिए बल्कि •ारूरत पड़ने और •ारूरतमन्द
संवाद सहयोगी, मोगा : परमेश्वर द्वार संकल्प प्रचार सेवादल के तत्वावधान में रविवार को गुरुद्वारा बीबी काहन कौर में लगाए गए रक्तदान कैंप में पुरुष ही नहीं महिलाएं भी खूनदान में आगे दिखीं। खून दान कैंप श्री गुरु नानक देव जी की 550 साला जन्म शताब्दी को समर्पित था।
कैंप का उद्घाटन करते हुए पूर्व कृषि मंत्री जत्थेदार तोता सिंह ने खूनदान के लिए पहुंचे लोगों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि रक्तनदान मनुष्यता की सबसे बड़ी सेवा है, खूनदान करके कितने लोगों की जिदगी बचाई जा सकती है। रक्तदान कैंप में पहुंचे समाजसेवी गुरसेवक सिंह सन्यासी ने बताया कि वे अब तक अपने जीवन में 50 बार खूनदान कर चुके हैं। साल 2015 में सर्जरी के बाद से उन्होंने रक्तदान करना बंद किया है, लेकिन जहां भी मौका लगता है वे लोगों को जाकर रक्तदान के प्रति प्रेरित करते हैं।
हरप्रीत सिंह कारपेंटर अब तक 22 बार रक्तदान कर चुके हैं, अभी भी वे जहां भी जरूरत पड़ती है खूनदान के लिए पहुंचते हैं। भाई कन्हैया सेवा दल के बलदेव सिंह अब तक 28 बार रक्तदान कर चुके हैं, चार साल पहले बीमार होने के बाद उन्होंने रक्तदान करना बंद कर दिया है, लेकिन रक्तदान कैंप में दूसरों को प्रेरित करने के लिए पहुंचते जरूर हैं।
यही नहीं खूनदान कैंप में मनविदर कौर व मनप्रीत कौर भी रक्तनदान किया। मनविदर कौर पहली बार रक्तदान करने अपनी बेटी के साथ पहुंची थीं। वहीं एक निजी कंपनी में जॉब करने वाली मनप्रीत सिंह दूसरी बार खूनदान करने पहुंची थीं।
इस उपरांत सचिव कुलविन्दर सिंह सोनू व अमरीक सिंह आरसन ने खूनदान करने वालों को स्मृति चिन्ह व सर्टीफिकेट दिए। विशेष सहयोग के लिए ट्रस्ट के प्रधान हरदयाल सिंह, महिद्र पाल लूम्बा, गुरसेवक सन्यासी, गुरनाम सिंह लवली को सम्मानित किया गया। कैंप में 125 महिला-पुरुषों ने रक्त किया। कैंप में कुलजीत सिंह राजा, अमनदीप सिंह, पवनजीत सिंह, करनवीर सिंह,भुपिन्दर सिंह, रवीन्द्र सिंह रवि, जगरूप सिंह, शमशेर सिंह आदि मौजूद थे।