लॉकडाउन में रियायत, कहीं ले न डूबे यह छूट
जिले में कोरोना को लेकर कहीं कोई खौफ नजर नहीं आ रहा। लॉकडाउन में सरकार की दी रियायत कहीं भारी न पड़ जाए। लोग बेखौफ होकर बिना शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते घूम रहे हैं।
नानक सिंह खुरमी,मानसा : जिले में कोरोना को लेकर कहीं कोई खौफ नजर नहीं आ रहा। लॉकडाउन में सरकार की दी रियायत कहीं भारी न पड़ जाए। लोग बेखौफ होकर बिना शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते घूम रहे हैं।
प्रशासन अपनी तरफ से मुनादी करवा रहा है। पुलिस प्रशासन ने अभी भी विभिन्न स्थानों पर नाकेबंदी की हुई है। मगर अब लोगों को सिर्फ ओर सिर्फ अपने काम के बहाने बाहर निकलने की होड़ सी लगी हुई है। जबकि फिकर यह होना चाहिए था, कि कहीं बीमारी उनको न लग जाए। पहले ही जिले में तबलीगी जमात व नांदेड़ हजूर साहिब से आए कई लोगों के कारण मानसा में कोरोना वायरस फैला। बाद में उनके संपर्क में आने वाले लोगों को इस महामारी ने अपनी चपेट में ले लिया था। जिसे सेहत विभाग की टीम ने मार्च के अंत से लेकर मई माह के अंत तक इलाज कर व एकांतवास में रखकर इलाज किया, जोकि अब सभी के सभी मरीज ठीक होकर अपने अपने घर जा चुके है।
जिसके चलते उस समय मानसा ओरेंज जोन में चला गया। जिस पर सिविल,पुलिस व सेहत विभाग में हड़कंप सा मच गया। व तीनों की संयुक्त बैठकों उपरांत फैसला लिया गया था, कि जिले में कर्फ्यू में किसी प्रकार की ढील न दी जाए,जिस तहत मानसा में कोरोना पॉजिटिव मरीज थम से गए, नया मरीज नहीं आया था।
मगर जून माह के शुरुआत में एक जून तक कोई ओर कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं आने पर जिला सिविल,पुलिस व सेहत विभाग तीनों ही इसके सही मायनों में हकदार है। जिन्होंने अपनी ड्यूटी में कोई कमी नहीं छोड़ी। मगर अब एक जून से कर्फ्यू समाप्त कर लॉकडाउन रात के नौ बजे से सुबह पांच बजे किए जाने पर लोग यह भूल गए है कि कोरोना अभी गया नहीं है। यह एक ऐसा वायरस है जोकि एक व्यकित से दूसरे व्यकित तक खांसने,छीकने व छू लेने से फैलता है।