नरमा खरीद की रफ्तार धीमी, किसान हो रहे परेशान
नरमा काटन बेल्ट के तौर पर जाने वाले क्षेत्र जिला मानसा में इस बार नरमे की बंपर फसल हुई है।
नानक सिंह खुरमी, मानसा : नरमा काटन बेल्ट के तौर पर जाने वाले क्षेत्र जिला मानसा में इस बार नरमे की बंपर फसल हुई है। हर एक मंडियों में नरमे की फसल के अंबार लगे हैं। इसे लेकर यहां एक ओर सरकारी अधिकारी खुश हैं वहीं किसान फसल की बोली नहीं व रेट कम होने कारण परेशान हैं। सड़कों पर नरमे से लदी ट्रालियों को लंबी कतारें लगी हैं।
नरमे की बंपर फसल को लेकर डीएमओ रजनीश कुमार गोयल ने बताया कि अगर इसी प्रकार नरमे की आमद होती रही तो मानसा सबसे अधिक नरमा पैदा करने पर जिला बन जाएगा। मानसा की मंडियों में काटन कारपोरेशन आफ इंडिया (सीसीआइ) जोकि सिर्फ एक ही काटन खरीद करने वाली एजेंसी है, जिसने नरमे की सरकारी खरीद करनी है। मंडी में हर रोज करीब एक हजार ट्राली फसल की आ रही है। सीसीआइ मानसा में करीब तीन सौ के करीब हर रोज ट्राली नरमे की फसल खरीद करती है। इससे ज्यादा एक दिन में खरीद नहीं हो सकती। मानसा में किसानों से नमी के हिसाब के सबसे अधिक रेट 5700 व कम से कम रेट 4565 रुपये प्रति क्विंटल खरीद की जा रही है।
मानसा मंडी में नरमा लेकर आए किसान बलजीत सिंह, रेशम सिंह, मनजीत सिंह, गगनदीप सिंह, दिलीप सिंह, सुरजीत सिंह व मलकीत सिंह ने कहा कि वह सुबह से लेकर शाम तक नरमे की फसल लेकर ट्राली समेत खड़े रहते हैं। उनकी फसल की एंट्री मंडियों में नहीं हो पाती तो वह निराश होकर अपने घरों को चले जाते हैं। कुछ किसानों ने कहा कि यहां एक ओर नरमे की बहुत बढि़या व बंपर फसल हुई है तो वहीं दूसरी ओर सरकार उनको नरमे की फसल के कम भाव देकर उनको निराश कर रही है।
जिले में मानसा, बुढलाडा, बरेटा, भीखी, सरदूलगढ़ व बोहा की मंडियों में गत दिवस मानसा में 4208 क्विंटल, बुढलाडा में 2600 क्विंटल, बरेटा 776 क्विंटल नरमा, भीखी में 300 क्विंटल नरमा, सरदूलगढ़ में 8400 क्विंटल नरमा व बोहा में 60 क्विंटल नरमा की खरीदी की जा चुकी है। जोकि पिछले साल के मुकाबले बढि़या है।