पर्ल निवेशकों के पैसे वापस करने को लेकर अनिश्चितकालीन धरना व भूख हड़ताल शूरू
सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन कर जिला मानसा में भू-माफिया ने पर्ल कंपनी की जमीनों पर कब्जे कर उसे खुर्द-बुर्द कर दिया है।
जासं, मानसा : एक तरफ संसद मे चिटफंड कंपनियों द्वारा ठगे गए लोगों के पैसे वापस करवाने के लिए सरकार कानून बनाने पर चर्चा कर रही है। वहीं दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन कर जिला मानसा में भू-माफिया ने पर्ल कंपनी की जमीनों पर कब्जे कर उसे खुर्द-बुर्द कर दिया है। उक्त शब्द इंसाफ की आवाज पंजाब के राष्ट्रीय प्रधान महेंदरपाल सिंह दानगढ़ ने निवेशकों द्वारा शुरू की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल के दौरान व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि 02 फरवरी 2016 में सुप्रीम कोर्ट ने पर्ल कंपनी की जायदाद की मालिक लोडा समिति को बनाया था। जो जायदाद बेचकर निवेशकों के पैसे ब्याज के साथ छह माह में वापस करेगी। कोर्ट ने पर्ल कंपनी की जमीन से छेड़छाड़ की रोक लगाई थी, लेकिन बुढलाडा के गांव दातेवास, सिरसीवाला, दयालपुरा, कुलाना, मंडेरना और सरदूलगढ़ के गांवों झेरियांवाली व रायपुर में मौजूद कंपनी की जमीनों पर आज भी सत्ताधारी पक्ष के लोगों ने कब्जे किए हुए हैं। उन्होंने कहा कि इंसाफ की आवाज पंजाब द्वारा 2017 से इस पर कार्रवाई की मांग की जा रही है। लेकिन जिला मानसा की पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। जिससे परेशान होकर इंसाफ की आवाज पंजाब और सहयोगी जत्थेबंदियों ने निवेशकों के साथ सोमवार से जिला कचहरी मानसा में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की है।
इस अवसर पर निवेशको ने कहा कि जब तक कंपनी की जमीन पर किया कब्जा नहीं हटवाया नहीं जाता व पंजाब के 25 लाख निवेशकों को पैसा ब्याज के साथ वापस नहीं दिया जाता तब तक धरना जारी रहेगा।
सोमवार को शुरू की भूख हड़ताल व धरने में बलजीत कौर, जसविंदर कौर, हरभजन बंगी, जगदीश बंगें, दलवीर जम्मू, जोध सिंह, गुरतेज सिंह, जग्गा सिंह, जगदेव सिंह रायपुर, सुखजीत सिंह, बलवंत भाईरूपा, अमनदीप भूतना, जोगिन्द्र औतांवाली, बिक्कर फौजी, सुखविंदर सिंह बटाला, दाना सिंह, मनदीप सिंह, राकेश काला, गुरमेल सिंह, जसपाल सिंह, मनफूल सिंह, प्रगट सिंह, मेजर सिंह, नाजर सिंह, कुलजीत सिंह, अमरीक सिंह, सुखदेव सिंह, बलकरन फौजी व जगसीर ढिल्लों उपस्थित थे।