श्रीमद् भागवत भक्ति रस का सागर : साध्वी सुश्री वैष्णवी भारती
संस, मानसा : दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से स्थानीय श्री राम नाटक क्लब वाली पुराणी अनाज मंडी
संस, मानसा : दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से स्थानीय श्री राम नाटक क्लब वाली पुराणी अनाज मंडी में श्रीमद् भागवत महापुराण साप्ताहिक कथा ज्ञानयज्ञ का आयोजन किया गया। कथा की शुरुआत में राज कुमार राजू, प्रमोद कुमार और भरत लाल व मोहन लाल शामिल हुए। जबकि मुख्य मेहमान के रुप में पवन कुमार महावीर, अमृत लाल जिंदल, सुरिंदर पिंटा, रमेश जिंदल, पवन कुमार एसडीओ, शाम लाल अशोक कुमार, सीता राम, मीरपुरिया, जस्सल व कृष्ण कुमार जिंदल मौजूद थे। इस अवसर पर प्रवचन करते हुए सर्वश्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुश्री वैष्णवी भारती जी ने माहात्म्य के अंतर्गत बताया कि भगवान श्रीकृष्ण में जिनकी लगन लगी है उन भावुक भक्तों के हृदय में प्रभु के माधुर्य भाव को अभिव्यक्त करने वाला, उनके दिव्य रस का आस्वादन करवाने वाला यह सर्वोत्तकृष्ट महापुराण है। श्रीमद् भागवत भारतीय साहित्य का अपूर्व ग्रंथ है। यह भक्ति रस का ऐसा सागर है जिसमें डूबने वाले को भक्तिरूपी मणि की प्राप्ति होती है।