मनुष्य दान पुण्य करने से मिलता है सुख: नरेंद्र मुनि
एसएस जैन सभा में प्रवचन करते हुए नरेंद्र मुनि महाराज ने कहा कि मनुष्य के द्वारा दान पुण्य करने से दूसरे जीवो को सुख और खुद को प्रसन्नता मिलती है और घर में लक्ष्मी भाव धन बढ़ता है।
संवाद सूत्र, बुढलाडा: एसएस जैन सभा में प्रवचन करते हुए नरेंद्र मुनि महाराज ने कहा कि मनुष्य के द्वारा दान पुण्य करने से दूसरे जीवो को सुख और खुद को प्रसन्नता मिलती है और घर में लक्ष्मी भाव धन बढ़ता है।
उन्होंने कहा धन मेहनत करने से मिलता तो मजदूरों के पास बहुत धन होता। इसी तरह अगर धन बुद्धि से मिलता तो विद्वान बहुत अमीर होते। उन्होंने कहा कि मनुष्य धन प्राप्ति के लिए धर्म को भूलता जा रहा है, जबकि धर्म के बिना लक्ष्मी भाव धन कभी भी टिकता नहीं। उन्होंने कहा कि संतान, संपत्ति और धन की प्राप्ति दान पुण्य करने से मिलती है। अगर हम अपनी आमदनी से ज्यादा खर्च करते हैं तो यह बेकार की बात है, क्योंकि कर्ज आदमी को तबाह कर देता है। इससे पहले प्रवचन करते हुए जयंत मुनि महाराज ने एक प्रसंग के द्वारा समझाया कि मनुष्य सांसारिक साधनों में सुख तलाश कर अपने जीवन के असली मकसद को भूल रहा है। मनुष्य किसी भूखे को भोजन, प्यासे को पानी और जरूरतमंद को बैठने और लेटने के लिए स्थान देता है तो यह सबसे बड़ा पुण्य का काम है। ऐसा करने से जीवन में धन तो मिलने के साथ मन को शांति मिलती है। मन के भाव अच्छे रखना, शुद्ध शाकाहारी भोजन करना और दूसरों के प्रति वफादारी करना यह सब जीवन को खुशहाल बनाता है। इसलिए मनुष्य को अपने जीनव में दान करते रहना चाहिए और मन में हमेशा अच्छे विचार रखने चाहिएं। इस अवसर पर भारी गिनती में धर्म प्रेमी बहन भाई मौजूद थे।