पूरा दिन फिजा में गूंजते रहे सरकार के खिलाफ नारे
धान की पराली जलाने के लिए किसानों पर दर्ज किए गए पुलिस केस और जुर्माने रद करवाने के लिए किसानों का संघर्ष जारी है। भ
जासं, मानसा : धान की पराली जलाने के लिए किसानों पर दर्ज किए गए पुलिस केस और जुर्माने रद करवाने के लिए किसानों का संघर्ष जारी है। भारतीय किसान यूनियन एकता उगरहा द्वारा डीसी दफ्तर मानसा के सामने शुरू किए गए तीन दिवसीय धरने के दूसरे दिन पूरा दिन पंजाब सरकार खिलाफ नारे गूंजते रहे। जत्थेबंदी के जिला प्रधान राम सिंह भैणीबाघा ने कहा कि तीन साल पहले कैप्टन अमरिदर सिंह ने वादा किया था कि सरकार बनने पर किसानों के समूचे कर्ज माफ कर दिए जाएंगे, फसलों के उचित भाव मिलेंगे, कर्ज, घर-घर सरकारी नौकरी देने की बात की थी। लेकिन तीन साल बीतने के बाद भी किसानों से किया एक भी वादा पूरा नहीं किया। बल्कि अनाज पैदा करने वाले किसानों पर्चे और जुर्माने ठोक दिए हैं। उन्होंने मांग की सभी पर्चे, जुर्माने रद किए जाएं और चुनाव के समय किए वादे पूरे किए जाएं। इस मौके बल्लम सिंह फफड़े, हरिंदर सिंह टोनी भैणीबाघा, जनरल टाहलिया, भान बरनाला, लीला सिंह जटाना व बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थीं।