पुलिस ने नाके पर रोके रखी एंबुलेंस, मरीज की मौत
थाना झूनीर पुलिस ने नाके पर करीब आधा घंटा रोके रखा व कथित रूप से एंबुलेंस ड्राइवर के साथ मारपीट की।
संसू, सरदूलगढ़: जिला सिरसा हरियाआमा से लुधियाना मरीज को लेकर जा रही एंबुलेस को थाना झूनीर पुलिस ने नाके पर करीब आधा घंटा रोके रखा व कथित रूप से एंबुलेंस ड्राइवर के साथ मारपीट की। इस दौरान गांव दानेवाला के मरीज दर्शन सिंह की अस्पताल जाने से पहले मौत हो गई। पुलिस की इस कार्रवाई से खफा मृतक के परिवार ने झूनीर बस स्टैंड पर शव को रख कर धरना लगा दिया।
इस दौरान लोगों ने कहा कि झूनीर थाने की पुलिस ने जानबुझ कर एंबुलेंस को रोके रखा व ड्राइवर के साथ मारपीट की। इसके कारण मरीज को सही समय पर उपचार नहीं मिल पाया व उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि मरीज की मौत के लिए नाके पर खड़े पुलिस कर्मचारियों के अलावा विभाग के उच्च अधिकारी भी जिम्मेदार हैं। जिला पुलिस द्वारा जगह-जगह नाकेबंदी कर आम लोगों को तंग परेशान किया जा रहा है, जबकि समाज विरोधी तत्व खुलेआम घूम रहे हैं। उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। धरने के समर्थन में मानसा, सरदूलगढ़ व सिरसा के समूह एंबुलेंस ड्राइवरों द्वारा धरने में पहुंच कर अपनी गाड़ियां बंद रखीं। इस दौरान प्रयास ट्रस्ट के नेता प्रदीप कुमार काका, अंग्रेज चंद, बलजिदर सिंह, बलविदर सिंह, जस्सा सिंह, आतमा सिंह, हाकम सिंह आदि मौजूद थे।
दूसरी तरफ धरनाकारियों से बातचीत करने पहुंचे एसपी दिगविजय सिंह व डीएसपी सरदूलगढ़ अमरजीत सिंह संधू ने विश्वास दिलाया कि मामले में आरोपित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। झपटमारी के आरोपित को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला मौड़ मंडी के गांव माड़ी में झपटमारी के मामले में नामजद व्यक्ति को गिरफ्तार करने के लिए उसके घर पर पहुंची थाना तलवंडी साबो पुलिस पर आरोपित के स्वजनों ने जानलेवा हमला कर दिया। पुलिस कर्मियों की वर्दी फाड़ दी। हमले में घायल हुए पुलिस कर्मी के बयान पर थाना मौड़ पुलिस ने झपटमारी के आरोपित सहित कुल 11 लोगों पर केस दर्ज किया है, जिनमें चार महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस ने तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर बाकी आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है।