ज्ञानयज्ञ में साध्वी वैष्णवी भारती ने दिए प्रवचन
दिव्य 'योति जाग्रति संस्थान की ओर से मानसा में श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के पांचवें दिन कथा की शुरुआत में यजमान परिवारों द्वारा विधिवत पूजन किया गया।
-शुरुआत में यजमान परिवारों ने किया विधिवत पूजन
संवाद सहयोगी, मानसा : दिव्य
ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से मानसा में श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के पांचवें दिन कथा की शुरुआत में यजमान परिवारों द्वारा विधिवत पूजन किया गया। अíपत चौधरी, समीर छावड़ा,मुनीश गर्ग,अमरनाथ,विन्द्रपाल,दीपक कुमार व कशमीर ¨सह ने परिवार के साथ ज्ञानयज्ञ में पूजा की। इस मौके पर आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी वैष्णवी भारती ने भगवान श्रीकृष्ण की मथुरागमन लीलाओं का वर्णन किया। उन्होंने बताया कि कंस की आज्ञा के अनुसार अरूर कन्हैया और दाऊ को मथुरा लाने के लिए वृंदावन की ओर बढ़ जाते हैं। सारे गांव में यह समाचार जंगल की आग की तरह फैल गया कि कन्हैया हमें छोड़कर जा रहे हैं। सभी उनसे मिलने के लिए नंद जी के आंगन में एकत्रित हो गए। सभी ग्वाल और गोपियां कन्हैया को भावभीनी विदाई देते हैं। वे निकुंज गलियां, जिनमें कभी जीवन मुस्कुराया करता था, आज रूआंसी सी थीं। सारा गांव एक अजीब उदासी से पटा था। कथा का समापन पावन आरती से किया गया। -ये रहे मौजूद
श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ में विधायक नाजर ¨सह मानशाहिया, राकेश कुमार काकू,घनश्याम दास,जय मां ज्वाला जी चैरिटेबल ट्रस्ट मानसा प्रधान सतीश कुमार कालू,सुरेन्द्र राजपुरीया,नरेश विरला,मेशी सूरीया,सतनाम ¨सह,संजीव गोयल गोरा,प्रदीप कुमार,सुरिन्द्र कुमार,
परषोतम लाल,नरेश नांरग,कैलाश रामपाल,विनोद गूगन,तरसेम ¨प्रस कुमार,कृष्ण बांसल,कंचन सेठी,अजय ¨सह,नराता राम,सतपाल ¨सह,विजय कुमार,अशोक कुमार,जितेन्द्र गुप्ता,रमेश गोयल,त्रिलोचन ¨सह,रोहित कुमार,अशोक कुमार,आदि मौजूद थे।