भट्ठा मालिक सरेआम उड़ा रहे कानून की धज्जियां-समाओ
संस, मानसा : भट्ठा मजदूर यूनियन पंजाब (एकटू) इकाई ने सोमवार को ग्रीन ट्रिब्यूनल के भट्ठे बंद करने के
संस, मानसा : भट्ठा मजदूर यूनियन पंजाब (एकटू) इकाई ने सोमवार को ग्रीन ट्रिब्यूनल के भट्ठे बंद करने के फैसले के खिलाप डिप्टी कमिश्नर के कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में सैकड़ों प्रदर्शनकारी शामिल थे। इस दौरान उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन दिया।
धरने को संबोधन करते हुए संगठन के जिला नेता कामरेड अमरीक ¨सह समाओ और जीत ¨सह बोहा ने कहा कि पंजाब की कैप्टन सरकार मतदान के समय सिर पर गुटका साहब रखकर रोजगार देने का वायदा किया था,मगर सत्ता हासिल होते ही इसके उलट आम लोगों से रोजगार छीनने की नीतियां लागू की जा रही हैं। इसके अंतर्गत नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पंजाब के प्रदूषण पर आधारित करीब 2700 भट्ठों पर आग देने के लिए लगाई रोक से करीब 3 लाख भट्ठा मजदूर सीधे तौर पर और उसारी काम के साथ जुड़े 15 लाख के करीब म•ादूर बेरोजगार हो गए हैं।
डॉ.अंबेडकर रिक्शा रेहड़ी यूनियन के प्रधान जरनैल ¨सह मानसा, आइसा के प्रदीप गुरू, गुरबिन्दर नन्दगढ़ और संगठन के •िाला नेता हैपी ¨सह उभा, गुरजंट ¨सह, बिन्दर ¨सह और मिट्ठू ¨सह फुल्लूवाला डोगरा ने भी इस अवसर पर संबोधित किया
दबाव में लिया ट्रिब्यूनल का फैसला : समाओ ग्रीन ट्रिब्यूनल का यह फैसला भट्ठा मालिकों के एक गुट के दबाव नीचे लिया गया है जिससे छोटे भट्ठा मालिकों को भट्ठा उद्योग से बाहर किया जा सके और वह पक्की ईट में से अपना अधिक लाभ कमा सकें। उन्होंने आगे कहा कि मानसा जिले में भट्ठा मालिक सरेआम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। किसी भी भट्ठे पर फैक्ट्री एक्ट लागू नहीं किया जा रहा।