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पेट की आग बुझाने के लिए कागज चुगने को मजबूर बच्चे

बरेटा : पंजाब सरकार द्वारा बाल मजदूरी को खत्म करने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। इस संबंध में कड़े कानून बनाए गए हैं, लेकिन इसके बावजूद गरीबी व पेट की आग बुझाने के लिए बाल मजदूरी का सिलसिला लगातार जारी है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 03:56 PM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 06:21 PM (IST)
पेट की आग बुझाने के लिए कागज चुगने को मजबूर बच्चे
पेट की आग बुझाने के लिए कागज चुगने को मजबूर बच्चे

गगन खुडाल बरेटा : पंजाब सरकार द्वारा बाल मजदूरी को खत्म करने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। इस संबंध में कड़े कानून बनाए गए हैं, लेकिन इसके बावजूद गरीबी व पेट की आग बुझाने के लिए बाल मजदूरी का सिलसिला लगातार जारी है। स्थानीय शहर में भी छोटी आयु के बच्चों द्वारा बड़ी संख्या में कूड़े कर्कट से कागज व अन्य समान इकट्ठा करते दिखाई देते हैं। जब उनसे स्कूल न जाने के बारे मे पुछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता गरीब हैं जो स्कूल का खर्च अदा नहीं कर सकते, इसलिए उन्हें बजारों में लगे कूड़े के ढेर से लिफाफे,प्लास्टिक व अन्य समान एकत्रित करने के लिए भेज देते हैं ताकि उनके घर का खर्च चल सके। इस संबंध में शहर के समाज सेवी गुरप्रीत सिंह बरेटा,सुखविंदर सिंह,बिट्टू शर्मा,जगतार सिंह ने सरकार व प्रशासन से माग करते हुए कहा कि इस तरह बाल मजदूरी करने वाले बच्चों को स्कूल में दाखिल करवाया जाए जिससे वे पढ़ लिखकर वह अपना भविष्य संवार सके।

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