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किसान खेती के साथ मुर्गी पालन व डेयरी का व्यवसाय भी करें : डॉ. बुटर

कृषि विज्ञान केंद्र मानसा ने वैज्ञानिक सलाहकार कमेटी का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Dec 2019 07:46 PM (IST)Updated: Sun, 22 Dec 2019 06:08 AM (IST)
किसान खेती के साथ मुर्गी पालन व डेयरी का व्यवसाय भी करें : डॉ. बुटर
किसान खेती के साथ मुर्गी पालन व डेयरी का व्यवसाय भी करें : डॉ. बुटर

जासं, मानसा : कृषि विज्ञान केंद्र मानसा ने वैज्ञानिक सलाहकार कमेटी का आयोजन किया गया। जिसमें एडिशन निर्देशक पसार शिक्षा लुधियाना के डॉ. गुरमीत सिंह बुटर ने मुख्य मेहमान के तौर पर शिरकत की। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र मानसा के डॉ. जीपीएस सोढ़ी ने वर्ष 2019 के दौरान लगाए गए सिखलाई कोर्स, खेत प्रदर्शनी, खेत दिवस, फसल सर्वेक्षण व अन्य गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर उन्होंने पराली की संभाल, नरमे की सफेद मक्खी व जल शक्ति अभियान प्रोजेक्ट संबंधी किए गए काम की भी रिपोर्ट पेश की। उन्होंने कहा कि बीते साल के दौरान केवीके ने 30 लाख रुपये के करीब मुल्य के गेंहू, धान, बासमती, मूंगफली व अन्य फसल के बीज किसानों को उपलब्ध करवाए हैं। इसके अलावा केंद्र ने बायो खाद्य, पशु चाट, शहद, फलदार पेड़ व खेती साहित्य भी किसानों को मुहैया करवाया। इस अवसर पर डॉ. गुरमीत सिंह बुटर ने केवीके द्वारा किए गए प्रयास की प्रशंसा करते किसानों को मुर्गी पालन, बकरी पालन, डेयरी जैसे धंधे अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कीटनाशक का प्रयोग कम से कम किया जाए, गेंहू की बिजाई हैप्पी सीडर के जरिए बिना पराली जलाए की जाए ओर किसानों को फसल संबंधी जानकारी देने के लिए समय-समय पर प्रदर्शनी लगाई जाए। इस उपरांत डॉ. गुरमीत सिंह बुटर व विभिन्न विभाग से आए अधिकारियों द्वारा गेहूं व सरसों के बीज उत्पादन व खोज तकनीक पार्क का दौरा किया गया।

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