लाभार्थियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़, बांटा जा रहा फफूंद लगा गेहूं
पंजाब सरकार की ओर से आटा दाल स्कीम के तहत नीले कार्ड धारकों को बांटा जा रहा गेहूं खाने के योग्य नहीं है।
विनोद जैन, सरदूलगढ़ : पंजाब सरकार की ओर से आटा दाल स्कीम के तहत नीले कार्ड धारकों को बांटा जा रहा गेहूं खाने के योग्य नहीं है। विभाग की ओर से जो गेहू वितरित किया जा रहा है, उसमें फफूंद लगी है। गेहूं में मिट्टी और पानी मिल गया है, जिससे वह पत्थर सख्त हो गया है। खराब गेंहू लेने वाले लाभार्थी हरप्रीत कौर पत्नी स्वर्गीय तरसेम सिंह वार्ड नंबर 9 निवासी सरदूलगढ ने बताया कि उसे परिवार को 60 किलो डिपो से जो गेंहू मिला है, जिसमें से 30 किलो गेंहू में मिट्टी और पानी मिला हुआ है, जो सुखकर पत्थर की तरह हो गया है। उस गेंहू को खाने से कई प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं। बीएसपी के प्रदेश सचिव कुलदीप सिंह ने कहा कि हलका सरदूलगढ के लोग पहले ही घगर की मार झेल रहे हैं, उपर से पंजाब सरकार खराब गेहूं बांटकर लोगों को ओर बीमार करना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से स्मार्ट कार्ड बनाए जा रहे है, अगर खराब गेंहू की सप्लाई देनी है तो कार्ड बनाने का क्या लाभ। उन्होंने मांग करते कहा कि लाभपार्थियों को साफ गेहूं उपलब्ध करवाया जाए। फूड सप्लाई विभाग के इंस्पेक्टर रजिदर सिंह ने कहा कि वह 60 हजार के करीब बोरी गेंहू की बांट चुके है, कोई शिकायत नही आई अगर किसी लाभपात्री के गेंहू में खराबी पाई गई है तो उसे बदल दिया जाएगा ।