नरमे के भाव बढ़ाने को लेकर सीसीआइ दफ्तर के सामने दिया धरना
नानक ¨सह खुरमी, मानसा : मंडियों में सीसीआइ (भारतीय कपास निगम) की ओर से नरमे की खरीद न करने के विरोध में भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धपुर ने सीसीआइ के दफ्तर के सामने मंगलवार को धरना दिया और जमकर नारेबाजी की।
नानक ¨सह खुरमी, मानसा : मंडियों में सीसीआइ (भारतीय कपास निगम) की ओर से नरमे की खरीद न करने के विरोध में भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धपुर ने सीसीआइ के दफ्तर के सामने मंगलवार को धरना दिया और जमकर नारेबाजी की। उन्होंने नरमे का भाव बढ़ाने की मांग की। यूनियन के महा सचिव बोघ ¨सह ने कहा कि सीसीआइ की ओर से नरमे की खरीदी नहीं करने से प्राइवेट खरीदार किसानों को लूट रहे हैं। उन्होंने ने कहा कि प्राइवेट खरीदार किसानों से अपनी मर्जी के दाम से नरमे की खरीद कर रहे हैं। अगर सरकार ने इस मसले की ओर ध्यान नहीं दिया तो किसान कड़ा संघर्ष किया जाएगा। जिला प्रधान गुरचरन ¨सह भीखी और उगर ¨सह मानसा ने कहा कि किसानों को स्वामीनाथन की रिपोर्ट के अनुसार रेट दिया जाए, अवारा पशुओं का स्थायी हल किया जाए, धान की पराली का हल किया जाए, कंबाइन पर एसएमएस लगाने की शर्त को खत्म करने के साथ अन्य मांग को जलद से जल्द पूरा किया जाए । इस अवसर पर जगजीत ¨सह ढैपई,गुरचरन ¨सह ,गुरजंट ड्क्षसह,सुखदेव ¨सह कोटली,दर्शन ¨सह,लीला ¨सह,राम ¨सह,बुध ¨सह,अजैब ¨सह अतला कलां के अलावा पाल ¨सह मौजूद थे।
सही भाव मिलने की थी उम्मीद : किसान
यहां मानसा की अनाज मंडी में अपनी फसल लेकर पहुंचे किसानों ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि इस साल नरमे का भाव 6 हजार से अधिक मिलेगा, लेकिन इस बार तो किसानों को नरमे की फसल 5 हजार प्रति क्विंटल के हिसाब से ही दिए जा रहे हैं। जिससे किसानों में निराशा का आलम है। मानसा की अनाज मंडी में नरमे का उच्चतम भाव आज 5150 रुपये और न्यूनतम भाव 4900 रुपये लगाया गया, जबकि सरकारी तौर पर नरमे का भाव 5300 से 5320 रुपये है। किसान संगठनों के नेताओं ने कहा है कि अगर सीसीआई क्षेत्र की मंडियों में आती है तो किसानों को थोड़ा ओर लाभ हो सकता है। किसानों ने सरकार से नरमे के भाव में बढ़ोतरी की मांग की है।
कल लगाए जाएंगे टेंडर : मंडी सचिव
इस बारे में मंडी सचिव मनमोहन ¨सह से बात की तो उन्होंने ने कहा कि इस बारे में सीसीआइ को नरमे और कपास की फसल खरीद करने बारे एक पत्र लिखा गया है, जिस पर 4 अक्टूबर को टेंडर लगाए जाने है। इसके उपरांत ही मानसा की मंडियों में सीसीआई के आने की संभावना है।