किसानों का दिल्ली की तरफ कूच करने का एलान
बैसाखी के त्योहार पर भारतीय किसान यूनियन उगराहां की ओर से कृषि कानूनों के विरोध में कांफ्रेंस की गई।
जागरण संवाददाता, तलवंडी साबो: बैसाखी के त्योहार पर भारतीय किसान यूनियन उगराहां की ओर से कृषि कानूनों के विरोध में कांफ्रेंस की गई। विशेष तौर पर पहुंचे राज्य प्रधान जोगिदर सिंह उगराहां ने ऐलान किया कि 21 अप्रैल को हजारों किसानों, नौजवानों व महिलाओं का काफिला राज्य महासचिव सुखदेव सिंह कोकरी कलां व झंडा सिंह जेठूके की अगुआई में दिल्ली की तरफ कूच करेगा। रैली में किसान नेता रुलदू सिंह मानसा ने किसानों को दिल्ली आंदोलन में पहुंचने की सौगंध भी दिलाई। उन्होंने कहा कि जो किसान अपने हाथों से गेंहू की कटाई कर रहे हैं, उनको छोड़ कर सभी को दिल्ली आंदोलन में पहुंचना चाहिए। सभी किसानों को अपने धर्म की सौगंध है।
कान्फ्रेंस में नाट्यम जैतो की टीम द्वारा कीर्ति किरपाल की अगुआई में नाटक 'सिकंदर दा घोड़ा' व 'इक वटा जीरो' पेश किया गया। वहीं गुरविदर बराड़ ने अपने गीत पेश किए। बीकेयू उगराहां के प्रधान जोगिदर सिंह उगराहां ने जलियांवाला बाग के शहीदों को नमन किया। कहा कि केंद्र सरकार देशी-विदेशी कार्पोरेट घरानों की कठपुतली की तरह काम कर रही है, जबकि गुरु गोबिद सिंह जी ने लूट व जबर के खात्मे के लिए खालसा पंथ की साजना की थी। इसके साथ ही ऐलान किया कि आने वाले समय में मई महीने के दौरान संसद की तरफ मार्च किया जाएगा।
किसान मोर्चा के नेता बलवीर सिंह राजेवाल ने कहा कि पंजाब से शुरू हुआ किसान आंदोलन आज पूरे देश के किसानों का आंदोलन बन गया है। रैली में हरियाणा से पहुंची महिला विग की नेता शारदा दिक्षित व रीतू कौशिक ने बताया कि पंजाब के किसानों ने मौजूदा संघर्ष शुरू कर हरियाणा व पंजाब की साझेदारी को फिर से बुलंदियों पर ला दिया है। भारतीय किसान यूनियन उगराहां की महिला विग की नेता परमजीत कौर ने कहा कि मुगल साम्राज्य व अंग्रेज साम्राज्य के खिलाफ लड़े गए संघर्ष में भी महिलाओं ने अपना अहम योगदान दिया था। जबकि आज भी किसान महिलाएं अपनी विरासत को बुलंद करते हुए खेती आंदोलन में जुटी हुई हैं। इस मौके पर राज्य नेता झंडा सिंह जेठूके, शिगारा सिंह मान, रुलदू सिंह, जोरा सिंह नसराली, किरनजीत सिंह सेखों, सरबजीत मौड़, रेशम सिंह, मेघ सिंह सिद्धू, हरजिदर सिंह बग्गी, जसवीर सिंह, हरिदर कौर बिदू भी उपस्थित थे।