किसान यूनियन ने एसबीआई के सामने दिया धरना
भारतीय किसान यूनियन एकता के नेतृत्व में बैंक के सामने धरना लगाकर रोष जताया और बैंक अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
जासं, मानसा : स्टेट बैंक आफ इंडिया ब्रांच भैणीबाघा द्वारा किसानों की बनाई लिमिट को बंद करके नये सिरे से बनाने के फैसले के खिलाफ मंगलवार को गांव निवासी किसानों ने एकत्र होकर भारतीय किसान यूनियन एकता के नेतृत्व में बैंक के सामने धरना लगाकर रोष जताया और बैंक अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहा के जिला प्रधान राम सिंह भैणीबाघा ने बताया कि इस बैंक में भैनी समेत चार गांवों के किसानों के लिए खेती कर्जे की लिमिट बनाई थी, मगर अब बैंक ने कहा कि उनकी लिमिट पुरानी हो गई है। बैंक ने किसानों को कहा है कि उनकी ंिलमिट को पांच साल से अधिक समय हो गया है अब आप दोबारा बैंक के नाम जमीन की रजिस्टरी करवाकर फिर कर्ज ले सकते है। ऐसा करके बैंक अधिकारी किसानों को बड़ी परेशानियां में डाल रहे है। उन्होंने कहा कि लिमिटों के लिए दोबारा रजिस्टरी करवाने पर कम से कम आठ हजार रुपए खर्च होता है।
इस मौके पर किसान नेता ने कहा कि किसान समय पर कर्ज वापिस कर रहे है। धरने के दौरान सदर थाने के एसएचओ बलदेव सिंह, चौकी इंचार्ज बिक्कर सिंह ने किसान नेताओं और बैंक मैनेजर की मीटिग करवाई। इस मीटिंग में मैनेजर द्वारा आश्वासन दिया कि गया सात नवंबर को बैंक के उच्च अधिकारी बैंक में आएंगे और किसानों का यह मसला विचारा जाएगा। आश्वासन के बाद किसानों ने बैंक के आगे लगाया धरना उठा लिया गया। इसके साथ ही चेतावनी दी कि यदि मसला हल न किया तो दोबारा बैंक का घेराव किया जाएगा।
इस मौके पर गांव प्रधान गोरा सिंह, दर्शन सिंह, जगसीर सिंह, हरिन्दर सिंह टोनी, जगदेव सिंह भैनीबाघा मौजूद थे।