डीटीएफ ने जिला शिक्षा अफसर को सौंपा ज्ञापन
डीटीएफ की ओर से जिला प्रधान कर्मजीत सिंह तामकोट की अगुआई में जिला शिक्षा अफसर को ज्ञापन दिया गया।
संस, मानसा: अध्यापकों की डेपुटेशन को रद करवाने की मांग को लेकर अध्यापक जत्थेबंदी डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डीटीएफ) की ओर से जिला प्रधान कर्मजीत सिंह तामकोट की अगुआई में जिला शिक्षा अफसर को ज्ञापन दिया गया।
जिला प्रधान कर्मजीत तामकोट ने कहा कि शिक्षा सचिव की ओर से जारी किए गए अध्यापक विरोधी आदेश के कारण अध्यापकों को दूर स्कूल में भेजा जा रहा है। अगर अध्यापकों के डेपुटेशन रद न किए गए तो आने वाले दिनों में कड़ा संघर्ष किया जाएगा। वहीं जीटीयू के जिला प्रधान नरिदर माखा ने कहा कि शिक्षा विभाग में अध्यापकों की भर्ती की जाए। इस अवसर पर गुरतेज सिंह उभ्भा, गुरदास बाजेवाला, लखविदर मान, सहदेव सिंह, कुलदीप सिंह, गुरप्रीत दलेलवाला, अमित दलेलवाला, नवजोश सपोलिया, सुखचैन मानसा, जसकरन मूसा आदि मौजूद थे। शिक्षा के लिए अभी देश में बहुत करने की जरूरत: प्रो. बूटा सिंह महाराजा रणजीत सिंह पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी में मान्यता द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने संबंधी विषय पर वेबिनार का आयोजन यूनिवर्सिटी के सभी कंस्टीच्यूएंट व एफिलिएटेड कालेजों के लिए किया गया। वेबिनार का उद्घाटन यूनिवर्सिटी के चासंलर प्रो. बूटा सिंह सिद्धू ने किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य ऐसी उच्च विद्या प्रणाली का विकास करना है, जिसके साथ देश की अगली पीढ़ी को महत्वपूर्ण कुशलता, ज्ञान व नैतिकता की जिदगी जीने के मौके मिल सकें। भारत शिक्षा के क्षेत्र में बाकी देशों के मुकाबले काफी पीछे है। इसलिए शिक्षा के लिए अभी भारत में बहुत कुछ करने की जरूरत है।
वेबिनार के प्रमुख स्त्रोत व्यक्ति नेशनल असेस्मेंट व एक्रिडिटेशन कौंसिल के एडवाइजर डा. गणेश हेगड़े ने मान्यता द्वारा गुणवत्ता बढ़ाने के विषय पर भाषण दिया। उन्होंने कहा कि संस्थाओं के लिए नैक प्रवाणगी शैक्षणिक संस्थाओं की कार्यशीलता का एक जरूरी हिस्सा है, जिसके साथ संस्था को अपनी शक्तियों, मौके व कमजोरियों को जानने व समीक्षा करने का मौका मिलता है। सहायक सलाहकार डा. वनीता साहू ने डेटा वेरिफिकेशन व प्रमाणिकता के नतीजों पर बात की। इस मौके पर वेबिनार कोआर्डीनरेटर प्रो. डा. बलविदर सिंह सिद्धू, कंप्यूटर साइंस व इंजीनियरिग विभाग के मुखी डा. दिनेश कुमार भी मौजूद थे।