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सरकारी प्राइमरी स्कूल टाहलिया की खस्ता हाल इमारत

पंजाब सरकार प्रदेश के सभी सरकारी स्कूल को समार्ट स्कूल में तबदील करने के दावे कर रही है लेकिन सरकारी प्राइमरी स्कूल टाहलिया की खस्ता हालत इमारत सरकार के सभी दावो की पोल खोल रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Feb 2020 01:21 AM (IST)Updated: Sat, 29 Feb 2020 06:13 AM (IST)
सरकारी प्राइमरी स्कूल टाहलिया की खस्ता हाल इमारत
सरकारी प्राइमरी स्कूल टाहलिया की खस्ता हाल इमारत

जासं, मानसा : पंजाब सरकार प्रदेश के सभी सरकारी स्कूल को समार्ट स्कूल में तबदील करने के दावे कर रही है लेकिन सरकारी प्राइमरी स्कूल टाहलिया की खस्ता हालत इमारत सरकार के सभी दावो की पोल खोल रही है। गांव के सरपंच गुरजंट सिह, पंच बीरबल सिंह, जगसीर सिह, गुरचरन सिह, गुरदास सिह, छिदरपाल कौर, नछतर सिंह ने कहा कि स्कूल की इमारत को बने 50 साल के करीब समय हो गया है। लेकिन सरकार या शिक्षा विभाग द्वारा इस खस्ता हालत इमारत की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि खस्ता हालत इमारत का दौरा जिला शिक्षा अफसर मानसा कर चुके है लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। उन्होंने कहा कि इस अनसेफ इमारत में पढ़ने वाले बच्चे मौत के साए में शिक्षा हासिल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस स्कूल में 104 के करीब बच्चे शिक्षा हासिल कर रहे हैं जो गर्मी व सर्दी खुले आसमान में अपनी कलास लगाने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि जिला शिक्षा अफसर रजिदर कौर ने इस स्कूल की नई इमारत बनाने का भरोसा दिया गया ओर इस संबंध में विभाग को पत्र भी भेजा गया लेकिन लंबा समय बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नजर नहीं आ रही।

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इस संबंध में हलका विधायक बुध राम ने कहा कि पंजाब सरकार की शिक्षा संबंधी कोई ठोस नीति नहीं जिसके कारण शिक्षा व स्कूलों की दशा खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि बीते समय के दौरान शिक्षा के लिए रखे गए बजट का प्रयोग नहीं किया गया जिसके कारण स्कूलों में सुविधाए नहीं मिल पाई।


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