मानसा में नारी चेतना के लिए करवाया सेमिनार
संवाद सहयोगी, मानसा : गरीब मजदूर महिलाएं और भट्ठा मजदूरों की हालत बेहद नाजुक है और ये वर्ग बड़े घरानो
संवाद सहयोगी, मानसा : गरीब मजदूर महिलाएं और भट्ठा मजदूरों की हालत बेहद नाजुक है और ये वर्ग बड़े घरानों के मामूली कर्ज के नीचे आज भी गुलाम में मजदूरी और कामकाज करने को मजबूर हैं। यहां पत्रकारों के साथ बातचीत में ह्यूमन डवपलमेंट सेंटर और दलित दासता विरोधी आंदोलन की नेता एडवोकेट गगनदीप ने कहा कि सरकार को इस वर्ग की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि मानसा क्षेत्र का पानी बेहद खराब है, मगर महंगा और आरओ वाला पानी हासिल करने की गरीब वर्ग समर्थ नहीं है। इस कारण के बीमारियों का शिकार होकर इलाज के बिना ही मर रहा है। उन्होंने कहा कि गरीब औरतों के साथ दुष्कर्म के मामले पैसे या डरा धमकाकर खत्म किये जा रहे हैं। इससे पहले गगनदीप ने शहर में गरीब और मजदूरी करने वाली महिलाओं के हक और उनको जागरूक करने के लिए एक सेमिनार भी किया। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से किये वायदों के मुताबिक न तो कभी गरीब वर्ग को जमीन का टुकड़ा मिला और न ही उनके गिर चुके मकानों के लिए कभी सरकार से सहायता मिली है। -गरीबों को भेजे जा रहे 1-1 लाख के बिल : नदीप
एडवोकेट गगनदीप का कहना है नियमों मुताबिक तो वक्फ बोर्ड की जमीन बेघरों के लिए रखी गई थी, परन्तु सरकार ने इसे भुलाकर सिर्फ गरीब वर्ग की सहूलियतों के नाम पर खानापूर्ती शुरू कर दी है। गरीबों को कैप्टन सरकार के समय में 1-1 लाख रुपए के बिजली बिल भेजे जा रहे हैं। -नारी संगठन गठित
घरेलू कामकाज नारी संगठन गठित कर सोमवार को गुरमेल कौर को प्रधान, मनजीत कौर को उप-प्रधान चुना गया। गगनदीप ने कहा कि उक्त मुद्दों को लेकर यह गठन हर जिला स्तर पर किए जाएंगे। इस मौके पर जगसीर ¨सह सीरा, रेनू बाला आदि उपस्थित थे।