मनरेगा भवन के तैयार करने में घपला का आरोप
मानसा के गांव मंडेर के मनरेगा भवन को तैयार करने में बड़ा घपला हुआ है।
बलविदर जिदल, बुढलाडा : मानसा के गांव मंडेर के मनरेगा भवन को तैयार करने में बड़ा घपला हुआ है। गांव के मनरेगा ग्राम सेवक पर जाली बिल डालने को आरोप लगे हैं तथा पूर्व सरपंच राजेंद्र सिंह ने इस भवन के निर्माण पर लाखों रुपये के घोटाले की उच्चस्तरीय जांच करने की मांग की है, जबकि दूसरी ओर उक्त ग्राम सेवक अपने पर लगे दोषों को नकार रहा है। पूर्व सरपंच का कहना है कि सरकार इसकी उच्चस्तरीय जांच करवाए।
बुढलाडा तहसील के गांव मंडेर में मनरेगा भवन को बने लगभग पांच साल बीत गए हैं। इस पर करीब 10 लाख का खर्चा हो चुका है तथा इस भवन का लेख-जोखा सरकार ने भले ही कर दिया है, लेकिन उस समय के सरपंच राजिदर सिंह फौजा ने अपनी जेब से हजारों रुपये लगाए थे वह रुपए उसे रुपए आज तक उक्त ग्राम सेवक ने उसे नहीं दिए है। पूर्व सरपंच राजिदर सिंह ने गांव के पूर्व ग्राम सेवक मनरेगा रघुवीर सिंह पर आरोप लगाए व कहा कि साल 2015 -16 में जब मनरेगा भवन की बनाने की तैयारियां थी तो रघुवीर सिंह ने उनसे कहा कि हमें पहले रेता ,बजरी ,सीमेंट और ईटें उधार मिल सकती है तो उसने इस काम के लिए हामी भर दी व सीमेंट, बजरी और रेता अपने गांव बबनपुर हरियाणा और ईट शिवा भट्ठा धर्मपुरा से उधार मंगवा कर भवन की उसारी शुरू करवा दी, ऐसे में चलते काम में लोहे और दरवाजों की पेमेंट हो गई मगर जब सरपंच ने अपने द्वारा अदा किए बिल्डिंग मटीरियल के बिल रघुवीर सिंह के समक्ष रखें लेकिन उन्होंने यह कह कर खारिज कर दिए कि यह तो हरियाणा स्टेट से हैं। यह मामला जिला मनरेगा कोऑíडनेटर मनदीप सिंह के पास गया तो वहां दोनों में समझौता करवा दिया। इसमें तय हुआ कि ग्राम सेवक रघुवीर सिंह उसे 80 हजार रुपये दे देगा, लेकिन फिर भी लाख कोशिशों के बावजूद ग्राम सेवक ने उसे एक रुपया नहीं दिया।
मामले के बारे पूर्व सरपंच राजिंदर सिंह ने पंजाब सरकार से अपील की है कि अगर इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की जाती है तो लाखों का गबन सामने आने से इनकार नहीं किया जा सकता।
मामले में ग्राम सेवक रघुवीर सिंह से फोन पर बात की तो उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज किया व कहा कि मंडेर में मनरेगा भवन के निर्माण हेतु गांव बबनपुर हरियाणा से कोई भी बिल्डिग मटीरियल का सामान नहीं आया। पूरा सामान जसपाल ट्रेडिग स्टोर बोहा से खरीदा। मामले के संबंध में जब जिला मनरेगा कोऑíडनेटर मनदीप सिंह से पूछा तो उन्होंने कहा कि के मनरेगा कामों के लिए खरीदे गए सामान के बिल कहीं के भी हो लेकिन वह सही होने चाहिए है। उन्होंने भरोसा दिया के अगर पूर्व सरपंच राजेंद्र सिंह को ग्राम सेवक रघुवीर सिंह ने पैसे नहीं दिए गए तो उनको तुरंत दिलाएं जाएंगे उन्होंने कहा कि अगर ग्राम सेवक ने हरियाणा को बिलों से लेने से इनकार किया था, वो गलत बात है।