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शिक्षा विभाग के फरमान का चौतरफा विरोध

संस, मानसा : पंजाब के लगभग 2100 स्कूलों में छठी से नौवीं कक्षा तक विज्ञान और हिसाब विषयों को लाजमी त

By JagranEdited By: Published: Fri, 01 Feb 2019 05:39 PM (IST)Updated: Fri, 01 Feb 2019 05:39 PM (IST)
शिक्षा विभाग के फरमान का चौतरफा विरोध
शिक्षा विभाग के फरमान का चौतरफा विरोध

संस, मानसा : पंजाब के लगभग 2100 स्कूलों में छठी से नौवीं कक्षा तक विज्ञान और हिसाब विषयों को लाजमी तौर पर अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाये जाने के सरकारी फरमान का समूचे पंजाब की अध्यापक जत्थेबंदियों, बुद्धिजीवियों, लेखकों और मातृ भाषा के हितेषी कारकूनों ने विरोध करना शुरू कर दिया है।

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शिक्षा विभाग द्वारा यह पत्र 25 जनवरी को जारी किया गया है जिसमें प्रदेश के स्कूलों में छठी से नौवीं कक्षा तक विज्ञान और हिसाब विषयों को लाजमी तौर पर अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाया जाना है।

अध्यापक संघर्ष समिति के नेताओं अमोलक डेलूआना, गुरदास रायपुर, नरिन्दर माखा, हरदीप सिद्धू, इंद्रजीत डेलूआना, कामरेड जसविन्दर जवाहरके, सुखचैन गुरने और सिकंदर झब्बर ने बताया कि शिक्षा विभाग के इस फैसले का पंजाब के विद्याíथयों पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। मनोविज्ञानियों अनुसार बच्चा किसी भी भाषा को अपनी मातृभाषा में बढि़या ढंग के साथ सीख सकता है।

नेताओं ने विभाग पर दोष लगाया कि पंजाब के उच्च शिक्षा अधिकारी शिक्षा विभाग को ़खत्म करने की चाले चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के अध्यापक, बुद्धिजीवी और लेखक किसी भी कीमत ते मातृभाषा विरोधी इस फैसले को लागू नहीं होने देंगे।


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