ट्यूशन के अलावा अन्य फीस नहीं वसूल सकेंगे कोई स्कूल
शिक्षा विभाग के नियमों को नहीं मानने पर जिले के 200 निजी स्कूलों को किया अंडर लाइन।
नानक सिंह खुरमी ,मानसा : वैसे तो समय-समय पर शिक्षा विभाग की ओर से सभी स्कूलों को व जिला अधिकारियों द्वारा विभिन्न पत्र जारी किए जाते है। इस साल देश समेत पूरे विश्व में आई विपदा कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉकडाउन तहत शिक्षा विभाग की ओर से मई माह की शुरुआत में राज्य के समूह निजी व सरकारी स्कूलों को वेब पोर्टल पर अपने स्कूलों का डाटा अपलोड करने एक पत्र जारी किया गया था। इस तहत जिला मानसा के दो सौ निजी स्कूलों को अंडर लाइन किया है।
विभाग का कहना है कि इस तहत सभी ही सरकारी व निजी स्कूलों के प्रबंधकों द्वारा अपने स्कूल के नई क्लास में आने पर उसकी डिटेल भेजनी होती है व अन्य कई प्रकार की जानकारियां जैसे कि इस महामारी दौरान अपने टीचिग व नॉनटीचिग स्टाफ को वेतन जारी करने बारे,बच्चों से स्कूल फीस व एडमिशन मांगने तहत जिले के काफी ज्यादा स्कूलों द्वारा इस पत्र की पालना ही नहीं की और अपने स्कूल के नॉन बोर्ड क्लास के विद्याíथयों को अगली कक्षा में प्रमोट ही नहीं किया है। उन्होंने कहा कि विभागीय हुक्मों की तामील ही नहीं की जा रही व देखने में आया है कि कई स्कूलों के पास तो मानता प्राइमरी मिडिल स्कूल तक की है मगर वह अपनी मानता के बिना हायर क्लासों के विद्यार्थी दाखिल कर रहे है। विभाग की ओर से जारी पत्र में कहा है कि मानसा जिले के करीब 200 स्कूल ऐसे है, जिन्होंने विभागीय दायित्वों का पालन नहीं किया है।