आपसी अखंडता व भाईचारे का प्रतीक है अखंड महायज्ञ: योगी सत्यानाथ
अखंड महायज्ञ के लिए रविवार को सेवकों की मीटिग योगी सत्यानाथ महाराज की अध्यक्षता में हुई।
संस, लुधियाना : पक्खोवाल रोड स्थित मां बगलामुखी धाम में 7 से 16 फरवरी के बीच होने वाले अखंड महायज्ञ के लिए रविवार को सेवकों की मीटिग योगी सत्यानाथ महाराज की अध्यक्षता में हुई।
मीटिग में इस भव्य उत्सव को लेकर विचार-विमर्श किया गया और सेवकों के सुझाव लिए गए। योगी सत्यानाथ ने कहा कि 10 दिवसीय 205 घंटे का अखंड महायज्ञ आपसी अखंडता व भाईचारे का प्रतीक बनेगा। यज्ञ एक सनातन संस्कृति है। कोई भी शुभ कार्य करने के लिए ऋषि-मुनियों, देवी-देवताओं का यज्ञ को प्राथमिकता देते रहे हैं। धाम के सेवक प्रवीण चौधरी व मंजीत छतवाल ने कहा कि अखंड महायज्ञ धार्मिक, सामाजिक, व्यापारिक ²ष्टिी से सभी के लिए उन्नति व समृद्धि लेकर आएगा।
योगी सत्यानाथ के सान्निध्य में होने वाला यह भव्य समारोह मां बगलामुखी धाम के लिए एक यादगारी पल बनेगा। जहां पर सभी वर्ग के लोग यज्ञ में शामिल होकर आहुतियां डालेंगे। उन्होंने कहा कि यज्ञ को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। यज्ञ के प्रचार व प्रसार में भी विभिन्न टीमें गठित कर गणमान्यों को निमंत्रण पत्र दिए जा रहे हैं। इसी क्रम में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना, एडवोकेट नरेंद्र छिब्बड़ को निमंत्रण दिया गया। खन्ना ने कहा कि धाम के सेवकों द्वारा हिदू संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए करवाया जा रहा अखंड महायज्ञ बेहद सराहनीय है। इसमें सभी को भागल लेकर मां का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए, ताकि ऐसे समारोह का विस्तार ओर बढे़। मां का यह धाम सुख व शांति का प्रतीक है।
इस अवसर पर सुनील महाजन, जितेंद्र सूद, रमन घई, अमित मखीजा, सुनील गेरा, पुरुषोत्तम चौधरी, कृष्ण ठाकुर, सुनील हांडा, डूंगर सिंह, विक्रम सिंह (सरताज नमकीन), हुकम सिंह (बीकानेर मिष्ठान),राजेंद्र साही, सुधीर महाजन,योगेश सिगला,गौरव कालिया, सुनील पासी, राकेश पासी, हरेंद्र साही,रविदर वालिया, गौतम सचदेवा, नीलेश मुंदारा, राज सोलंकी, नरेंद्र महाजन, गौरव कालिया, आदित्य गुप्ता,अरुण चांदना, हरमोहन मल्होत्रा, रोहित शर्मा, सतविदर ठाकुर, संदीप सूद, जतिन सूद, तेजेंद्र मिगलानी, वेद लुथरा, रमेंद्र गंगी, तुषार बांसल, कर्ण शर्मा, समीर भक्कू, वरुण शर्मा, रमन शर्मा, नितेश सूद सोमनाथ शर्मा, नरेश शर्मा, आशुतोष गुप्ता, आदि शामिल थे।