हम सभी होंगे जागरूक, तभी बदलेगी समाज की सोच
समाज में आज हालात बेहद खराब हो रहे है।
जासं, लुधियाना : समाज में आज हालात बेहद खराब हो रहे है। इस समय स्थिति ऐसी हो गई है कि जहां भी देखो, दुष्कर्म की घटनाएं सुनने को मिल रही हैं। इसके लिए किसी एक को नहीं बल्कि पूरे समाज को शिक्षित और जागरूक होने की जरूरत है। यह बातें मंगलवार को वूमेन ऑफ विल (वॉव) आर्गेनाइजेशन की तरफ से करवाई टॉक शो में पहुंची वक्ताओं ने कहीं। कार्यक्रम में 'बढ़ रहे दुष्कर्म के मामले' विषय पर चर्चा करते हुए चिंता जताई गई। इस पर कार्यक्रम में पहुंची अन्य महिलाओं ने भी अपने-अपने विचार रखे। वक्ता के तौर पर ज्वेलरी डिजाइनर साक्षी थापर और फैशन डिजाइनर हरप्रीत संधू मौजूद हुई।
साक्षी थापर ने कहा कि बेहद यह शर्म की बात है कि देश में दुष्कर्म के मामले बढ़ रहे हैं। छोटी बच्चियों तक को नहीं छोड़ा जा रहा। बसों में सवार युवतियों से भी दुष्कर्म के मामले बढ़ रहे हैं। दूसरी वक्ता हरप्रीत संधू ने कहा कि आजकल लड़कियां तो क्या छोटे बच्चे भी अनसेफ हैं। उनकी आजादी घरों में कैद होकर रह गई है। पेरेंट्स बच्चों को घर से बाहर नहीं जाने दे रहे। उनके मुताबिक इस अपराध को रोकने के लिए फैक्ट्री, कार्यालयों या फिर जहां भी थोड़े बहुत लोग हों, उनका साइको मीटर टेस्ट कराना चाहिए। इससे इंसान की साइकोलॉजी किस तरफ जा रही है, इस बात का पता चल सकेगा। इससे पहले वेलनेस, एटीकेट एंड स्टाइल कंसल्टेंट रूपा पाहवा ने दोनों वक्ताओं का स्वागत किया और एक कविता 'वी आर टॉट टू नॉट वॉक' सुनाई जिसमें लोगों की मानसिकता को बताया कि लड़कियां शॉर्टस पहनती है तो लोगों के अलावा मदरहुड में भी लोग उसे गलत तरीके से देखते हैं। इस पर अंकुश लगाने के लिए इसकी शुरुआत सभी को करनी चाहिए। घर में ही लड़कों को सिखाया जाना चाहिए कि युवतियों और महिलाओं का सम्मान किस तरह करें। उनको जागरूक करें और तभी इस समाज की सोच बदलेगी।
वक्ताओं ने ये दिए सुझाव
- लोगों को शिक्षित और जागरूक होना होगा
- लड़कों को पारिवारिक सदस्य सम्मान करना सिखाएं
- लड़कियों को शुरू से ही मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी जाए
- युवतियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बनाई गई मोबाइल एप्लीकेशन के बारे में जानकारी दी जाए
-वूमेन सेफ्टी संबंधी हेल्पलाइन नंबर 181 की जानकारी दी जाए
- सरकार बसों में जीपीएस डिवाइस लगवाने को यकीनी बनाए
ये एप्स आपको रखेंगे सुरक्षित
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को उनकी सुरक्षा के लिए बने एप्स के बारे में भी जानकारी दी गई। ये एप्स एंड्रॉयड और आइओएस मोबाइल पर उपलब्ध हैं। रू4 ह्यड्डद्घद्गह्ल4श्चद्बठ्ठ
माय सेफ्टी पिन : इस एप के जरिए गर क्षेत्र के सेफ्टी स्कोर के बारे में जानकारी मिलेगी कि वह एरिया कितना सुरक्षित है। अगर आप किसी असुरक्षित स्थान पर हो तो यह एप्लीकेशन आपको अलर्ट भी करेगी।
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अगर आप मुसीबत में हैं तो इस एप से आप अपने दोस्त, रिश्तेदार या पारिवारिक सदस्य से लाइव लोकेशन शेयर कर सकते हैं और चेटिंग के जरिए भी मैसेज भेज सकते हैं। स्द्धड्डद्मद्ग2ह्यड्डद्घद्गह्ल4
किसी असुरक्षित स्थिति में इस एप के जरिए आप अपने करीबियों को चंद सेकेंड में सूचित कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपना मोबाइल शेक करना होगा या फिर पावर बटन को चार बार दबाना होगा। इसमें टेक्स्ट मैसेज, लोकेशन, तस्वीर, ऑडियो आदि एक ही समय पर कई लोगों को भेजने की सुविधा होगी। इस एप में आप अपने करीबियों के नंबर इमरजेंसी कांटेक्ट के रूप में भी सेव करके रख सकते हैं। क्चह्यड्डद्घद्ग
यह अलग टाइप का एडवांस्ड एप है। वह इसलिए क्योंकि इसके जरिए आप खुद का सिक्योरिटी नेटवर्क भी बना सकते हैं। इसमें आप करीबियों और दोस्तों को जोड़ सकते हैं और किसी भी आपातकालीन स्थिति में उनको संदेश भेज सकते हैं। द्बद्दश्रह्यड्डद्घद्गह्ल4
किसी आपात स्थिति में यह एप आपकी तरफ से इमरजेंसी में एड किए गए नंबरों को मैसेज करके उनको अलर्ट करेगा और साथ ही जीपीएस के जरिए आपकी लाइव लोकेशन भी उनको चली जाएगी।
टॉक शो के दौरान दुष्कर्म के मामलों संबंधी क्विज भी करवाया गया।
- प्रश्न:- कौन से लोग है जो ऐसे अपराध में शामिल होते हैं?
- जवाब : जानने वाले
प्रश्न:- दुष्कर्म के मामलों में सबसे खतरनाक राज्य कौन सा है?
- जवाब : उत्तर प्रदेश
प्रश्न:- राज्य में सबसे सुरक्षित जगह कौन सी है?
- जवाब : आंध प्रदेश
प्रश्न:- वर्ष 2018 में किस राज्य में दुष्कर्म के सबसे ज्यादा मामले आए थे?
- जवाब : अरुणाचल प्रदेश
प्रश्न:- वूमेन सेफ्टी संबंधी हेल्पलाइन नंबर कौन सा है?
- जवाब : 181