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World Heart Day : दिल का दौरा अचानक नहीं पड़ता, अटैक से पहले मिलने वाले संकेतों को पहचाने

नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन ने हृदय रोगियों की संख्या बढ़ने पर चिंता प्रकट की। विदेशों की तुलना में भारत में विशेषकर युवा लोग हृदय रोगों से ज्यादा ग्रस्त हो रहे हैं। अधिक चीनी हाई ब्लड प्रेशर शुगर मोटापा धूम्रपान आदि हृदय रोगों के मुख्य कारण है।

By Asha Rani Edited By: Vinay kumarPublished: Fri, 30 Sep 2022 06:32 PM (IST)Updated: Fri, 30 Sep 2022 06:32 PM (IST)
World Heart Day : दिल का दौरा अचानक नहीं पड़ता, अटैक से पहले मिलने वाले संकेतों को पहचाने
World Heart Day : हार्ट अटैक से पहले मिलने वाले संकेतों को पहचाने।

जागरण संवाददाता, लुधियाना। लुधियाना में नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन (नीमा ) ने वर्ल्ड हार्ट डे मनाया। नीमा के अध्यक्ष डा. राजेश थापर, मुख्य सलाहकार डा. रविंद्र बजाज, संरक्षक डा. सतेंद्र कक्कड़ तथा सचिव डॉ नीरज अग्रवाल ने हृदय रोगियों की संख्या बढ़ने पर चिंता प्रकट की। डा. थापर तथा डा. अग्रवाल ने बताया कि विदेशों की तुलना में भारत में विशेषकर युवा लोग हृदय रोगों से ज्यादा ग्रस्त हो रहे हैं जोकि चिंता का विषय है। डा. थापर व डा. बजाज के अनुसार ज्यादा वसायुक्त भोजन, अधिक नमक, अधिक चीनी, हाई ब्लड प्रेशर, शुगर, मोटापा, धूम्रपान, अनुचित आहार विहार और व्यायाम ना करना आदि हृदय रोगों के मुख्य कारण है। एक अनुमान के अनुसार करीब 12 लाख युवा लोग प्रतिवर्ष ह्रदय रोगों के कारण मौत का ग्रास होते हैं।

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डा. सतेंद्र कक्कड़ के अनुसार व्यक्ति को हृदय रोगों से बचने के लिए ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रखना चाहिए, स्वास्थ्यवर्धक भोजन व अच्छी नींद लेनी चाहिए। नीमा विमेन फोर्म की डा. उषा किरण थापर, डा. रेखा गोयल बजाज व डा. मीनू कोचर के अनुसार प्रेगनेंसी में उच्च रक्तचाप तथा अन्य कारणों की वजह से होने वाले हृदय रोगों के प्रति भी सचेत रहना चाहिए। सांय काल में फोर्टिस हास्पिटल ने नीमा के सदस्यों को वर्ल्ड हाट डे के उपलक्ष्य में विशेषकर बुलाया। फोर्टिस हास्पिटल के डा. पीएस संधू, डा. निखिल बंसल व डा. संदीप चोपड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि व्यक्ति को ना तो ज्यादा आराम करना चाहिए और ना ही अपने को ज्यादा थकाना चाहिए। अगर किसी व्यक्ति को हृदय रोग निदान होते हैं तो डरने की बजाय बुद्धिमता से डॉक्टर के कहे अनुसार इलाज लेना चाहिए।

आम लोगों की बातों में आकर केस बिगाड़ना नहीं चाहिए। साइंस ने इतनी तरक्की कर ली है कि सटीक डायग्नोज के बाद स्टीक इलाज करने को सक्षम हैं। डा. निखिल के अनुसार अब हृदय की सर्जरी आम सर्जरी की तरह ही आसान एवं अच्छे परिणाम देने वाली हो गई है। डा. निखिल एवं डा. थापर के अनुसार जनता को हृदय रोगों के बारे जागरूक रहने की जरूरत है। किसी व्यक्ति को दिल का दौरा अचानक नहीं पड़ता। बल्कि अटैक से पहले ही हमारा शरीर हमें संकेत देने लगता है। लोग इन लक्षणों को पहचानने में देर कर देते हैं इसीलिए यह अधिक घातक है। इसलिए हार्ट अटैक के लक्षणों को नजरअंदाज न करें।

हार्ट अटैक का पहला लक्षण 

हार्ट अटैक का पहला लक्षण सीने में दर्द होना है। इससे सीने में भारीपन, अकड़न महसूस होती है। ये ज्यादातर बाईं तरफ महसूस होता है और कुछ लोगों में ये दाईं तरफ भी महसूस हो सकता है। ये दर्द एक तरफ से दूसरी तरफ मूव करता है। हार्ट अटैक के समय जबड़े में दर्द भी हो सकता है। फिजिकल एक्टिविटी से सीने का दर्द बढ़ना व सांस लेने में तकलीफ महसूस करना भी हार्ट अटैक की निशानी हो सकती। कई बार कुछ लोग इस गलतफहमी में रह जाते हैं कि उन्हें गैस का दर्द हो रहा है। लेकिन इसे आम दर्द समझकर नजरअंदाज करने की बजाय फौरन नजदीक के फैमिली डाक्टर की सलाह पर हार्ट स्पेशलिस्ट को दिखाएं। 


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