कर्मचारियों ने पंजाब सरकार के खिलाफ निकाला गुस्सा, मुल्लांपुर में निकाली रोष रैली Ludhiana News
विधानसभा हलका दाखा के कस्बा मुल्लांपुर में कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ रोष रैली निकाली। दर्शनकारियों ने काले कपड़े पहनकर झंडे बैनर और मांगों को दर्शाती तख्तियां पकड़ी थीं।
मुल्लांपुर दाखा, जेएनएन। विधानसभा हलका दाखा के कस्बा मुल्लांपुर में पंजाब, यूटी इंप्लाईज और पेंशनर्स एक्शन कमेटी के आहवान पर मुलाजिम मजदूरों ने सरकार के खिलाफ रोष रैली निकालते हुए नारेबाजी की गई। पक्के मुलाजिम, ठेका वर्कर और पेंशनरों की मांगों को लंबे समय से न माने जाने से गुस्सा वर्करों ने यह रैली सज्जन सिंह और दर्शन सिंह लुबाना के नेतृत्व में निकाली। प्रदर्शनकारियों ने काले कपड़े पहनकर झंडे, बैनर और हाथों में मांगों को दर्शाती तख्तियां उठाई हुई थी।
रैली को संबोधित करते हुए मनजीत सिंह मनसूरां, एसपी सिंह, हरबंस सिंह पंधेर, दलजीत सिंह, सुरिंदर सिंह बैंस, मेला सिंह पूनावाल, दलबीर सिंह, जसविंदर सिंह, बलबीर कौर और परमिंदर कौर आदि ने राज्य सरकार की मुलाजिम विरोधी नीतियों की सख्त शब्दों में निंदा करते कहा कि राज्य सरकार ने सबसे अधिक ठेका मुलाजिमों, पेंशनरों और स्कीम वर्करों का शोषण किया है और ढाई साल के समय में कोई मांग नहीं मानी।
नेताओं ने कहा कि मुलाजिमों की पे कमीशन की रिपोर्ट को जानबूझ कर लटकाया जा रहा है और न ही डीए की चार किश्तें दी जा रही हैं। उल्टा मुलाजिमों की तनख्वाह में से 200 रुपए प्रति महीना विकास टैक्स काटने का फरमान अमल में लाया गया है। नेताओं ने कहा कि ठेका कर्मचारियों को पक्का करने सबंधी बने 2016 के एक्ट मुताबिक कांट्रेक्ट, डेली वेज, कच्चे, एडहॉक, पार्ट टाईम और आउट सोर्सिग व्यवस्था अधीन काम करते कर्मचारियों को पक्का करने के वादे को अमल में नहीं लाया गया है। चंडीगढ़ में ठेका कर्मचारियों की भूख हड़ताल में कांग्रेस के प्रतिनिधि कैप्टन संदीप संधू ने पक्का करने का वादा किया था।
उक्त नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार की भी खूब निंदा करते कहा कि केंद्र सरकार अब तक की सबसे अधिक गरीब विरोधी सरकार साबित हुई है। नेताओं ने ऐलान करते कहा कि अगला एक्शन और रणनीति तय करने के लिए 24 अक्तूबर 2019 को लुधियाना में मीटिंग बुलाई गई है। इस मौके जगदीश सिंह चाहल, रणबीर सिंह ढिल्लों, रणजीत सिंह राणवा, गुरमेल मैलडे, बलकार सिंह, बलबीर सिंह मान, रमेश कुमार, जगमोहण सिंह, हरभगवान सिंह, रणजीत सिंह, हरविंदर सिंह रौने वाले, कुलवंत सिंह चानी, पोहला सिंह बराड़ और प्रेम सिंह आदि उपस्थित थे।