लुधियाना में पीएयू में कर्मचारियों को लांघकर अंदर गए वीसी, मुलाजिमों का फूटा गुस्सा
सुबह करीब नौ बजे 500 से अधिक कर्मचारियों ने थापर हाल को घेर लिया। कर्मचारियों ने वाइस चांसलर (वीसी) सहित डीन डायरेक्टर व अन्य अधिकारियों को थापर हाल में प्रवेश करने से रोकने के लिए एक प्रवेश द्वार पर ताला जड़ दिया जबकि दूसरे द्वार पर खुद बैठ गए।
लुधियाना, जेएनएन। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) कैंपस में एक महीने से अधिक समय से अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे टीचिंग व नान टीचिंग स्टाफ का विरोध वीरवार को अपने चरम पर पहुंच गया। सुबह करीब नौ बजे 500 से अधिक कर्मचारियों ने थापर हाल को घेर लिया और धरने पर बैठ गए। कर्मचारियों ने वाइस चांसलर (वीसी) सहित डीन, डायरेक्टर व अन्य अधिकारियों को थापर हाल में प्रवेश करने से रोकने के लिए एक प्रवेश द्वार पर ताला जड़ दिया, जबकि दूसरे द्वार पर खुद बैठ गए।
रोजाना की तरह करीब सवा नौ बजे वीसी अपने दफ्तर में जाने के लिए थापर हाल पहुंचे, तो उनके सामने कर्मचारियों की भीड़ थी। वीसी ने हाथ जोड़ते हुए कर्मचारियों को अंदर जाने के लिए रास्ता देने को कहा, लेकिन कर्मियों ने इंकार कर दिया। इसके बाद वीसी ने कर्मचारियों के बीच से निकलने की कोशिश की तो उन्हें रोकने के लिए सभी कर्मचारी लेट गए। वीसी तब भी नहीं रुके और जैसे-तैसे कर्मचारियों के बीच से थापर हाल पहुंच गए। यही तरीका यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर, रजिस्ट्रार सहित अन्य अधिकारियों ने भी अपनाया। अधिकारियों के ऐसे व्यवहार से गुस्साए कर्मियों ने वीसी मुर्दाबाद के नारे लगाए और दोपहर एक बजे तक थापर हाल के बाहर बैठे रहे। उन्होंने आने वाले दिनों में संघर्ष तेज करने की चेतावनी भी दी।
यूनियन की यह हैं मांगें
15 जनवरी के बाद भर्ती हुए क्लर्कों, स्टेनो व टाइपिस्ट को बी ग्रेड के रेट के अनुसार वेतन दिया जाए।
नौ जुलाई 2012 तक भर्ती हुए मुलाजिमों के लिए पीयू पटियाला के आधार पर पुरानी पैंशन स्कीम लागू की जाए।
एएसआइ की एएफओ की प्रमोशन के लिए पदों की बढ़ोतरी की जाए व शैक्षिक योग्यता घटाई जाए।
लाइब्रेरी अटेंडेंट व मेट्रोलाजिकल अटेंडेंट का ग्रेड पे लैब अटेंडेंट के आधार पर 2400 किया जाए।
टेक्निकल स्टाफ की तरक्की के लिए अनुभव के समय को घटाया जाए।
जेई और एसडीओ की तरक्की की पोस्टें तुरंत भरी जाएं।
स्टोरकीपर की खाली पोस्ट भरी जाएं।
कार व जीप ड्राइवरों की सुपरवाइजर पोस्ट में बढ़ोतरी की जाए।
डीपीएल व कांट्रैक्ट वाले मुलाजिमों को पक्का किया जाए।
मुलाजिमों के पिता समान वीसी का व्यवहार ठीक नहीं : वालिया
पीएयू इंप्लाइज यूनियन के प्रधान बलदेव सिंह वालिया ने कहा कि यूनिवर्सिटी का वाइस चांसलर मुलाजिमों के लिए पिता सामान होता है और कोई पिता इस तरह अपने बच्चों की छाती पर पैर रखकर आगे नहीं जाता। गेट पर पहुंचने पर मुलाजिमों से बात करने के बजाय वीसी ने अड़ियल रवैया दिखाया और उनके ऊपर से होकर दफ्तर में चले गए। यहीं नहीं, वीसी कर्मचारियों की पगड़ी के उपर से भी निकल गए। इसके बावजूद कर्मचारियों ने कानून को हाथ में नहीं लिया।
अब अधिकारियों के पुतले फूंकेंगे : डा. किंगरा
टीचिंग एसोसिएशन के प्रधान डा. हरमीत सिंह किंगरा, डा. केएस सांघा, मनमोहन सिंह, लाल बहादुर यादव, गुरप्रीत सिंह, नवनीत शर्मा, बिकर सिंह, दलजीत सिंह, गुरइकबाल सिंह, सुखदेव शर्मा ने अधिकारियों को चेतावनी दी की कि अब वह अपने संघर्ष को और तेज करेंगे। अब यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के पुतले फूंकेंगे।
वीसी बोले, किनारे से निकलकर थापर हाल में पहुंचा
वीसी डा. बलदेव सिंह ढिल्लों ने कहा कि थापर हाल के बाहर उन्होंने मुलाजिमों से हाथ जोड़कर अंदर जाने देने की अपील की। मुलाजिमों ने उनकी नहीं सुनी। इसके बाद वे मुलाजिमों का ध्यान रखते हुए किनारे से निकलकर थापर हाल में पहुंचे। किसी भी कर्मचारी की पगड़ी के उपर से नही निकले। उन पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं। हम मुलाजिमों से लगातार कह रहे हैं कि मांगों को लेकर बातचीत करें। जो भी जायज मांगे हैं, पूरी होंगी। कई मांगों पर सहमति भी जताई जा रही है।