बिहार भेजने के नाम पर श्रमिकों से ठगे 60 हजार, बस में बैठने से पहले और पैसे मांगे तो हुआ हंगामा
जब वह बिहार जाने के लिए बस में सवार होने लगे तो बस चालक उनसे और पैसे मांगने लगा तो विवाद खड़ा हो गया। मामला भामियां रोड स्थित अंबर पैलेस के पास का है।
लुधियाना, जेएनएन। लाकडॉउन के चलते प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के नाम पर दलाल ने 60 हजार रुपये ठग लिए। जब वह बिहार जाने के लिए बस में सवार होने लगे तो बस चालक उनसे और पैसे मांगने लगा तो विवाद खड़ा हो गया। मामला भामियां रोड स्थित अंबर पैलेस के पास का है। यहां दलाल की ठगी का शिकार हुए दूसरे राज्य के मजदूरों ने सड़क पर हंगामा शुरू कर दिया।
मुकेश, विपिन, सरवण, कैलाश आदि ने बताया कि वह जमालपुर के बेहड़े में रहते हैं। वह बिहार के भागलपुर जिले में स्थित अपने घर जाना चाहते थे। इसी बीच उनकी मुलाकात संदीप और रोहित नाम के एजेंट से हुई। रोहित और संदीप ने उनसे 30 लोगों को बिहार भेजने के नाम पर करीब 5-6 दिन पहले 15 हजार रुपये एडवांस के तौर पर ले लिए और बस का इंतजाम करने को कहकर चले गए। कई दिनों के चक्कर काटने के बाद शुक्रवार सुबह उन्हे भामियां रोड स्थित अंबर पैलेस के पास बुलाया गया।
बस में बैठने से पहले उनसे 35 हजार रुपये और लिये गये और बाकी पैसे बाद में देने को कहा। मौके पर पहुंची जुझार बस के चालक से बात हुई तो उसने कहा कि एजेंट ने उसे बिहार के बार्डर पर ही छोड़ने के लिए कहा है और उसी हिसाब से पैसे मिले हैं। अपने साथ हुई ठगी का एहसास होने पर श्रमिकों ने वहां पर हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे की सूचना मिलते ही थाना जमालपुर से एएसआइ जसविंदर सिंह मौके पहुंचे और दोनों पक्षों को शांत करवाया। पुलिस ने प्रवासी मजदूरों के पैसे वापस दिलवाकर हंगामा शांत करवाया। जबकि दलाल ने आधे पैसे बाद में देने की बात कही। एएसआइ ने कहा कि यदि बकाया पैसे वास नहीं दिया तो आरोपी संदीप के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दलाल ने बिहार के बार्डर तक छोड़ने को कहा था
बस चालक परमिंदर सिंह ने बताया कि दलाल ने उनसे बिहार बार्डर पर ही मजदूरों को छोड़ने के लिए कहा था। इसके बदले कुल 30 लोगों से 1 लाख 5 हजार रुपये में बात हुई थी।